इंजन और बोगी के बीच क्यों दब गया रेलकर्मी, मौत के बाद जांच रिपोर्ट में यह वजह आई सामने
लगभग दो घंटे के प्रयास के बाद साढ़े दस बजे मृतक के शव को इंजन व कंपलिंग के बीच से निकाला गया। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बरौनी जंक्शन पर तैनात 30 वर्षीय अमर कुमार के रूप में हुई है।
बिहार के बेगूसराय जिले में बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म -5 पर लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन से इंजन की शंटिंग करने के दौरान कपलिंग खोलने के वक्त दबने से ड्यूटी पर तैनात प्वाइंट मैन की दर्दनाक मौत हो गई। एक रेलकर्मी इंजन और बोगी के बीच कैसे दब गया? इसकी जांच रिपोर्ट में कई अहम बातें सामने आई हैंं।
जांच रिपोर्ट में अहम खुलासा
बरौनी जंक्शन पर शनिवार को शंटिंग की कवायद के दौरान दो रेल कर्मचारियों के बीच समन्वय की कमी के कारण एक की मौत हो गई। पांच रेल अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया है कि दो पॉइंटमैन- अमर कुमार और मोहम्मद सुलेमान- एक दूसरे के बीच पर्याप्त समन्वय नहीं कर पाए जिसके कारण सुलेमान ने लोको ड्राइवर (ट्रेन चालक)को गलत संकेत दिया और परिणामस्वरूप 30 वर्षीय कुमार की मौत हो गई।
पॉइंटमैन का काम ट्रेन के इंजन को डिब्बों से अलग करना होता है। प्रारंभिक रिपोर्ट में घटना के लिए सुलेमान को जिम्मेदार ठहराया गया है लेकिन सुलेमान ने लिखित रूप से अपना बचाव करते हुए दुर्घटना के लिए लोको ड्राइवर को जिम्मेदार ठहराया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा…
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो प्लेटफॉर्म पर खड़े कुछ लोगों ने उक्त कर्मी को दबा देखा तो ट्रेन के चालक को आवाज भी लगाई लेकिन चालक इंजन को आगे बढ़ाने की बजाय वहां से भाग निकला। लोगों ने बताया कि अगर चालक ने थोड़ी भी सतर्कता दिखाई होती तो कर्मी की जान बच सकती थी। अब यह मामला जांच का विषय है। घटना सुबह साढ़े 8 बजे की है।
लगभग दो घंटे के प्रयास के बाद साढ़े दस बजे मृतक के शव को इंजन व कंपलिंग के बीच से निकाला गया। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान बरौनी जंक्शन पर तैनात 30 वर्षीय अमर कुमार के रूप में हुई है। वह बरौनी रेलवे कॉलोनी में रहता था। दलसिंहसराय सरदारगंज का मूल निवासी था। घटना से आक्रोशित रेलकर्मियों प्रदर्शन किया।