बिहार में कब्रिस्तान की घेराबंदी पर क्यों उबले लोग, रोकना पड़ा काम; बुलानी पड़ी फोर्स
ग्रामीणों का आरोप है कि यह घेराबंदी निर्माण की जमीन गरमजरुवा आम है। पूर्व में मात्र पंद्रह डिसमिल जमीन कब्रिस्तान का निर्माण के लिए दिया गया था। शेष जमीन एक एकड़ गांव के बच्चे के लिये खेल मैदान के रूप में प्रयोग में लाया जाता रहा है।
राजधानी पटना से सटे बिहटा आईआईटी थाना क्षेत्र के कंचनपुर गांव में सोमवार को प्रशासन की ओर से कब्रिस्तान की घेराबंदी पर गांव के लोगों ने हंगामा किया। कब्रिस्तान की निर्धारित से ज्यादा जमीन की घेराबंदी का आरोप लगा निर्माण कार्य को बाधित कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामा की सूचना पर बिहटा डीएसपी टू पंकज मिश्रा दलबल के साथ पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत करवाया, लेकिन उसके बाद भी ग्रामीणों का आक्रोश को देखते हुए घटना स्थल पर अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है।
पहले पुलिस की ओर से बल प्रयोग कर निर्माण कार्य को शुरू करवाने का प्रयास किया गया, लेकिन लोगों का आक्रोश को देखकर निर्माण कार्य रोक दिया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह घेराबंदी निर्माण की जमीन गरमजरुवा आम है। पूर्व में मात्र पंद्रह डिसमिल जमीन कब्रिस्तान का निर्माण के लिए दिया गया था। शेष जमीन एक एकड़ गांव के बच्चे के लिये खेल मैदान के रूप में प्रयोग में लाया जाता रहा है।
इसकी घेराबंदी के बाद गांव के मध्य विद्यालय रास्ता पूर्ण से बाधित हो जाएगा। वहीं युवाओं को खेलने के लिए सिर्फ यही एक खेल मैदान है। ग्रामीणों ने मांग की है कब्रिस्तान के लिए दी गई पंद्रह डिसमिल जमीन की घेराबंदी कर शेष जमीन को खेल मैदान के लिए छोड़ा जाए। मामले की पुष्टि करते हुए बिहटा डीएसपी पंकज मिश्रा ने बताया घटना स्थल पर अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है। माहौल शांतिपूर्ण है।
एसडीएम, दानापुर, दिव्या शक्ति ने कहा कि प्रशासन की ओर से कंचनपुर में कब्रिस्तान की जमीन की चाहरदिवारी चारों तरफ से दस-दस फीट छोड़कर की जा रही है। बावजूद कुछ लोग काम रोकने में लगे हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।