Hindi Newsबिहार न्यूज़why muzaffarpur could not be make smart city in seven years

7 साल में भी मुजफ्फरपुर नहीं बन सका स्मार्ट सिटी, ठेकेदार ने ले ली 76 फीसदी रकम; काम भी रूका और मिटने लगा नाम-ओ-निशां

Muzaffarpur News: कल्याणी और मिठनपुरा चौराहे पर लगा स्मार्ट सिटी का लोगो क्षतिग्रस्त हो गया है। उसकी चमक भी फीकी पड़ गई है। एक साल से अधिक से प्रोजेक्ट का बचा काम नहीं हुआ और स्मार्ट सिटी से संवेदक ने करीब 76 फीसदी भुगतान भी ले लिया।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरTue, 17 Sep 2024 09:05 AM
share Share

बिहार के मुजफ्फरपुर को सात साल में शहर को स्मार्ट बनाने का काम पूरा नहीं हुआ और कई जगह स्मार्ट सिटी का लोगो व नाम क्षतिग्रस्त हो गया है। कई प्रोजेक्ट निर्माण एजेंसी के एक साल से अधिक से काम ठप रखने से पूरा नहीं हो सके हैं, जबकि एजेंसी अधिकतम भुगतान ले चुकी है। शहर के चौराहों को विकसित करने के लिए स्मार्ट सिटी ने जंक्शन प्वाइंट सौंदर्यीकरण की योजना बनाई थी। इसका काम एक स्थानीय संवेदन को सौंपा गया। 

योजना के तरह करीब 6.46 करोड़ की लागत से शहर के छह चौराहों को विसकित करना था। निर्माण एजेंसी ने सभी जगहों पर काम शुरू किया। विभागीय प्रोग्रेस रिपोर्ट के अनुसार 91 फीसदी काम भी हो गया, जबकि अबतक फाउंटेन का काम नहीं कराया गया है। कलमबाग और हरिसभा चौराहे पर बना जेब्रा क्रॉसिंग का निशान उड़ गया है।

स्मार्ट सिटी का लोगो भी हो गया है क्षतिग्रस्त 

कल्याणी और मिठनपुरा चौराहे पर लगा स्मार्ट सिटी का लोगो क्षतिग्रस्त हो गया है। उसकी चमक भी फीकी पड़ गई है। एक साल से अधिक से प्रोजेक्ट का बचा काम नहीं हुआ और स्मार्ट सिटी से संवेदक ने करीब 76 फीसदी भुगतान भी ले लिया। निगम और स्मार्ट सिटी स्तर से भी इसकी निगरानी नहीं की जा रही है। नये नगर आयुक्त विक्रम वीरवर का कहना है कि वह इसकी समीक्षा करेंगे। गलती मिलने पर कार्रवाई करेंगे।

तीन चौराहों पर नहीं लगा बोलार्ड शहर के प्रमुख जंक्शनों (चौराहों) कल्याणी, हरिसभा, हाथी चौक, अघोरिया बाजार, कलमबाग और मिठनपुरा चौक को विकसित करने की योजना थी। मिठनपुरा, हाथी चौथी और कल्याणी चौक पर बोलार्ड, डस्टबिन, स्ट्रीट लाइट, सड़कों पर मैस्टिक, साइनेज, फव्वारा और मूर्तियां लगानी थी। हकीकत यह है कि हाथी चौक को छोड़ एजेंसी ने कहीं भी फाउंटेन नहीं लगाया। मिठनपुरा और कल्याणी पर काम बचा हुआ है। कल्याणी, हाथी चौक व मिठनपुरा में अबतक बोलार्ड भी नहीं लगा है।

लोग बोले - स्मार्ट बनने से पहले ही धूमिल हो रहे चौराहे

मिठनपुरा चौक के मो. आरजू ने बताया कि चौराहे के सौंदर्यीकरण का काम आधा अधूरा कर छह महीने से छोड़ा गया है। रोड साइनेज और डस्टबिन भी नहीं लगा है। इस कारण मिठनपुरा चौराहे से 100-150 मीटर पहले कूड़ा अभी भी फेंका जा रहा है। वहीं, अघोरिया बाजर के रेडिमेड दुकानदार मनीष सिंह, राजेश कुमार रंजन, कलमबाग चौक के नवीन कुमार, शिवजी वर्मा, आशुतोष कुमार ने बताया कि चौराहों पर जेब्रा क्रॉसिंग का रंग पेंट होने के कुछ दिन बाद ही उड़ गया। अब सिर्फ उड्ढ़ी बची है। चौराहे पर एजेंसी ने डस्टबीन और साइनेज नहीं लगाया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें