दुनिया ने लाइव देखा, कैसे गिरा भागलपुर का अगुवानी पुल; बड़ा सवाल- कौन बना रहा था वीडियो?
सुल्तानगंज में चल रहे श्रावणी मेला के अवसर पर कई कांवरिया स्नान करने सुबह 5-6 बजे नमामि गंगे घाट गए थे। जहां स्नान कर रहे कुछ कांवरिया सेल्फी ले रहे थे। इसी दौरान उनके मोबाइल में पुल के स्ट्रक्चर के गिरने की लाइव तस्वीर कैद हो गई। कांवरियों ने शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी।
सुबह गंगा के करंट में बहा निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानी पुल के क्षतिग्रस्त पिलर संख्या 9 के बह जाने का लाइव वीडियो सामने आया है। दरअसल यह तस्वीर सबसे पहले कांवरिया के मोबाइल में कैद हुई। सुल्तानगंज में चल रहे श्रावणी मेला के अवसर पर कई कांवरिया स्नान करने सुबह 5-6 बजे नमामि गंगे घाट गए थे। जहां स्नान कर रहे कुछ कांवरिया सेल्फी ले रहे थे। इसी दौरान उनके मोबाइल में पुल के स्ट्रक्चर के गिरने की लाइव तस्वीर कैद हो गई। जिसे तुरंत कांवरियों ने शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी।
ताश के पत्तों की तरह संरचना ने ली जलसमाधि
प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा कि ताश के पत्तों की तरह एकाएक पाया नंबर 9 पर लोहा का स्पोटिंग सिस्टम एवं पिलर से जुड़े सुपर स्ट्रक्चर का पार्ट अपनी सभी संरचनाओं के साथ गंगा में समा गया। सिर्फ दो सेकेंड में सारा स्ट्रक्चर पानी में समा गया। स्ट्रक्चर गिरने से गंगा की लहरें लगभग दो किलोमीटर तक हिलोरें लेने लगीं। नमामि गंगे घाट पर स्नान कर रहे जो कांवरिया पानी में थे। वे भयवश नदी से बाहर निकल आए।
इधर पुल निर्माण निगम के वरीय परियोजना अभियंता शशिभूषण ने बताया कि पुल के हिस्से के तीसरी बार गिरने की खबरें भ्रामक हैं। नाबार्ड योजनान्तर्गत अगुवानी घाट (खगड़िया) एवं सुल्तानगंज (भागलपुर) के बीच गंगा नदी पर फोरलेन वाला उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण कार्य हो रहा है।
इस योजना का निर्माण कार्य ईपीसी मोड पर आवंटित था। इसकी डिजाइन की जिम्मेदारी संवेदक की थी। पुल के एक्स्ट्रा डोज भाग के निर्माण के समय पहली बार 30 अप्रैल 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ। जिसे तोड़कर हटाने का निर्देश दिया जा चुका है। इसकी डिजाइन की जांच आईआईटी रुड़की द्वारा करायी गयी थी। इसके अतिरिक्त पुल के सब स्ट्रक्चर एवं फाउंडेशन की भी जांच करायी जा रही है।
पुल निर्माण एक नजर में
● 9 मार्च 2015 से पुल निर्माण का काम हुआ शुरू
● 1710.77 करोड़ से निर्माण हो रहा था फोरलेन पुल
● 3.160 किमी पुल का निर्माण एसपी सिंगला कर रही
● 40 करोड़ की क्षति हुई थी सेगमेंट टूटकर गिरने से
● बीते साल चार जून को पिलर संख्या 9 से 13 तक गिरा था
कोर्ट के आदेश पर हटाया जा रहा क्षतिग्रस्त हिस्सा : डीएम
खगड़िया के डीएम अमित कुमार पांडेय ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के पुराने हिस्से को कोर्ट के आदेशानुसार हटाया जा रहा था। बाढ़ के कारण कंपनी ने काम रोक दिया था। नदी के जलस्तर में वृद्धि व तेज धारा से पुल का पुराना हिस्सा गिरा है। बाढ़ खत्म होने के बाद क्षतिग्रस्त पिलर को हटाने का काम फिर शुरू किया जाएगा।
नयी डिजाइन प्रक्रियाधीन, नये सिरे से होगा निर्माण
शशिभूषण ने बताया, इस तकनीक पर बन रहे पुल का दूसरा भाग 4 जून, 2023 को क्षतिग्रस्त हुआ। जिसके बाद तत्काल पुल का निर्माण कार्य बंद करा दिया गया। संवेदक को इस तकनीक पर निर्माण किए जा रहे सभी भाग को हटाने का आदेश दिया गया है। इसी बीच पूर्व में क्षतिग्रस्त हुए भाग के शेष हिस्से जिसे हटाया जा रहा था। तभी शनिवार को गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि एवं तेज बहाव होने के कारण स्टेगिंग क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने बताया, पटना उच्च न्यायालय द्वारा यह आदेश दिया गया है कि संवेदक के कॉस्ट पर नये सिरे से इस भाग का कार्य कराया जाना है। नई डिजाइन प्रक्रियाधीन है।