कौन हैं नालंदा की अनिता देवी? पीएम मोदी ने महिला दिवस पर उन्हें सौंप दिया अपना हैंडल
बिहार के नालंदा जिले की रहने वालीं अनिता देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया हैंडल से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर अपनी कहानी साझा की है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनोखी पहल करते हुए देश की 6 महिलाओं को अपना सोशल मीडिया अकाउंट सौंप दिया। इनमें से एक बिहार के नालंदा जिले की रहने वालीं अनिता देवी भी हैं। अनिता ने पीएम मोदी के हैंडल से अपने संघर्ष और सफलता की कहानी साझा की है। इसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने खुद एक मशरूम एवं कृषि पर आधारित स्टार्टअप शुरू करके महिलाओं को रोजगार दिया और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पीएम नरेंद्र मोदी के अकाउंट से अपनी कहानी शेयर करते हुए अनिता देवी ने लिखा कि वह नालंदा जिले के अनंतपुर गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने जीवन में बड़े संघर्ष देखे। उनका हमेशा से अपने दम पर कुछ करने का मन था। साल 2016 में उन्होंने खुद स्वरोजगार करने का निर्णय लिया और माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की।
इस कंपनी के जरिए उन्होंने मशरूम उत्पादन को बढ़ावा दिया। अनिता ने बताया कि उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को भी रोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाया है। अब उनकी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी आवश्यक चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है। इस कंपनी में काम करने वालीं सैकड़ों महिलाओं को आजीविका के साथ स्वाभिमान का जीवन भी मिल रहा है।
अनिता देवी के अनुसार बिहार सरकार की जीविका परियोजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की मदद से उन्होंने मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद सैकड़ों महिलाओं को भी मशरूम की खेती से जोड़ा। अब उनका सपना है कि गांव की हर महिला अपने पैरों पर खड़ी हो। हाल ही में केंद्र सरकार के द्वारा बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान हुआ है, उसके बाद से वह मखाने से जुड़े काम के बारे में भी सोच रही हैं।
उन्होंने लिखा, ‘मेरे साथ काम करने वाली महिलाओं को आत्मनिर्भर बनते देखना मेरी सबसे बड़ी खुशी है। मैं मानती हूं कि आर्थिक स्वतंत्रता ही महिलाओं के सम्मान और सामाजिक स्थिति को मजबूत करती है। आज जब मेरे साथ की महिलाएं अपने परिवार के लिए कुछ अच्छा करती हैं, तो मुझे इससे सबसे ज्यादा संतोष होता है।’
अनिता देवी ने कहा कि अगर वह यह काम कर सकती हैं, तो कोई भी कर सकता है। उन्होंने देश भर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का संदेश देते हुए कहा कि वह अपने परिवार का जीवन बदलने के लिए भी काम करें। अगर वे अपनी लगन और परिश्रम से आगे बढ़ने का प्रण कर लेंगी, तो दुनिया की कोई शक्ति उन्हें नहीं रोक पाएगी।