बिहार पुलिस में खुश नहीं थे शिवदीप लांडे? आईपीएस की नौकरी छोड़ने की असली वजह क्या है
बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने गुरुवार को भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफे का ऐलान किया। बताया जा रहा है कि वे बिहार पुलिस की कार्यशैली से पिछले कुछ महीनों से खुश नहीं थे।
2006 बैच के बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे के इस्तीफा चर्चा का विषय बना हुआ है। लांडे ने निजी कारणों से आईपीएस की नौकरी छोड़ने की बात कही है। मगर उनके इस्तीफे की असली वजह क्या है, यह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। अटकलों का बाजार गर्म है। उनके अगले साल बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। वहीं, उच्च पदस्थ सूत्रों बताया है कि शिवदीप बिहार में पुलिस प्रशासन के कामकाज के तौर-तरीकों से खुश नहीं थे। इसलिए उन्होंने आईपीएस की नौकरी छोडने का फैसला लिया।
शिवदीप लांडे ने हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि इस्तीफा देने से पहले उन्होंने अपनी मां और पत्नी को विश्वास में लिया। साथ ही कक्षा 4 में पढ़ने वाली उनकी बेटी की जिम्मेदारी समेत कई मुद्दों पर उनके साथ चर्चा की। वर्तमान में पूर्णिया आईजी के पद पर तैनात आईपीएस लांडे ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने यह भी बताया कि वह आगे भी बिहार में ही रहकर ही काम करते रहेंगे।
उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो शिवदीप लांडे बिहार पुलिस के कामकाज से खुश नहीं थे। हालांकि, उनकी विभाग के साथ किसी तरह की नाराजगी नहीं थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने एचटी को बताा कि शिवदीप ने कभी भी लॉ एंड ऑर्डर से समझौता नहीं किया। उन्होंने हमेशा अपनी ड्यूटी को हर चीज से ऊपर रखा। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस बिहार लौटने के बाद से ही लांडे विभाग के साथ असहज नजर आ रहे थे।
शिवदीप लांडे के प्रशांत किशोर के संगठन जन सुराज से जुड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। पीके आगामी 2 अक्टूबर को जन सुराज नाम से राजनीतिक दल का गठन भी करने जा रहे हैं, जो अगले साल बिहार की सभी 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा। जन सुराज से जुड़कर शिवदीप पटना से चुनाव लड़ सकते हैं। पटना के सिटी एसपी रहते हुए वे जनता के बीच काफी चर्चित भी रहे थे। हालांकि, ये सभी अटकलबाजी है। आईपीएस की नौकरी छोड़ने के बाद शिवदीप का अगला कदम क्या होगा, यह तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।