यूनिफॉर्म में नहीं थे, लोगों का आरोप-बर्थडे पार्टी में DSP ने चलाई गोली; एक मौत के बाद उठे कई सवाल
बात बढ़ी तो बिना सोचे-समझे डीएसपी व उनके बॉडीगार्ड द्वारा अपनी पिस्तौल से अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी। घटना में बादल कुमार की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गए। सवाल उठता है कि देर रात यातायात डीएसपी बर्थडे पार्टी में क्यों पहुंचे थे। ट्रैफिक डीएसपी को सड़क पर यातायात व्यवस्था देखना काम है।
यातायात डीएसपी आदिल बेलाल स्थानीय थाने की पुलिस को सूचना दिए बिना ही बर्थ-डे पार्टी में पहुंचे थे। वह भी सादे लिबास में। यातायात डीएसपी को निजी आवास पर बर्थ-डे पार्टी में पहुंचने का मतलब लोगों को समझ से परे है। लोगों ने बताया कि सभी दोस्त बर्थडे पार्टी खुशी-खुशी मना रहे थे। लेकिन, ट्रैफिक डीएसपी मौके पर पहुंचे व पार्टी में खलल डालने लगे। बताया कि पार्टी में पहुंचे डीएसपी व उनके बॉडीगार्ड द्वारा युवाओं के साथ पहले अभद्र व्यवहार किया गया। विरोध करने पर दोनों ओर से नोक-झोंक भी हुई।
तब तक पार्टी मना रहे युवाओं को पता नहीं था कि उनकी पार्टी में कोई पुलिस वाला पहुंचा है। बात बढ़ी तो बिना सोचे-समझे डीएसपी व उनके बॉडीगार्ड द्वारा अपनी पिस्तौल से अंधाधुंध फायरिंग की जाने लगी। घटना में बादल कुमार की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल हो गए। सवाल उठता है कि देर रात यातायात डीएसपी बर्थडे पार्टी में क्यों पहुंचे थे। ट्रैफिक डीएसपी को सड़क पर यातायात व्यवस्था देखना काम है।
लेकिन, वे कार्य क्षेत्र से अलग हट पार्टी में कैसे पहुंच गए। यदि डीएसपी को किसी तरह का शक होता तो स्थानीय पुलिस को सूचना देते। लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया। ऐसे में डीएसपी की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। रात साढ़े 10 बजे सड़कों पर सन्नाटा पसरा था। तब डीएसपी शहर भ्रमण पर निकले थे। दिनभर ट्रैफिक जाम रहती है, तब उनका आता-पाता नहीं रहता है। ऐसे में देर रात निजी आवास पहुंचना कई सवालों को जन्म देती है।
आरोपों की हो रही जांच
एसपी रौशन कुमार का कहना है कि दर्ज प्राथमिकी में कहना है कि युवक की हुई हत्या मामले में डीएसपी पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। मुख्यालय को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है।मृतक के पिता अशोक कुमार सिंह पांच भाई हैं। जिसमें वे सबसे बड़े हैं। लव सिंह, कुश सिंह, श्लोक सिंह व आलोक सिंह उनसे छोटे हैं। सभी भाई जीविकोपार्जन के लिए कार्य करते हैं। मृतक दो भाई तथा एक बहन है। दोनों भाइयों की शादी नहीं हुई थी।
जन्मदिन की पार्टी मना रहे युवक की फायरिंग में मौत की घटना पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। पूरे दिन शहर में गहमागहमी रही। शनिवार को घटना स्थल पर पहुंचे एसपी ने करीब चार घंटे तक एक-एक बिंदु की जांच की। डीएम उदिता सिंह की एस्कॉर्ट गाड़ी में मौजूद पुलिस वाले भी घटनास्थल पर जानकारी लेते देखे गए।
डीएसपी आदिल बेलाल का है विवादों से पुराना नाता
सासाराम। डेहरी शहर के नीलकोठी में एक वर्ष पूर्व लोगों ने नीलकोठी के एक होटल मे देह व्यापार कि शिकायत कर 26 जून 2023 को आंदोलन किया था। उस समय आरोप लगाया गया था कि उक्त होटल पर कार्रवाई करने के बजाय तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष आदिल बेलाल ने विरोध करने वाले स्थानीय लोगों पर ही प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें जेल भेजने की जिद कर डाली थी।
मामला तब हाई प्रोफाइल बन गया था। जब राष्ट्रीय उच्च पथ विभाग के कार्यपालक अभियंता विनय चंचल को पुलिस ने जेल भेजने की जिद कर दी। गिरफ्तार लोगों के मेडिकल जांच के बाद जेल भेजने की तैयारी कर रहे डीएसपी आदिल बेलाल को तब झटका लगा था जब डीआईजी नवीनचन्द्र झा ने अपने डीएसपी से प्रवेक्षण कराते हुए सभी गिरफ्तार लोगों को थाने से मुक्त कर दिया।
26 जून 2023 कि हुई इस घटना के मामले मे डीआईजी नवीनचन्द्र झा ने कई बिंदुओं पर डीएसपी आदिल बेलाल से कारणपृच्छा जारी किया था। यही नहीं डेहरी के नील कोठी निवासी हीरामुनी देवी ने मानवाधिकार आयोग मे डीएसपी आदिल बेलाल पर लिखित शिकायत की थी। डेहरी राजद नगर अध्यक्ष धनंजय यादव, विनय चंचल समेत विभिन्न राजद नेताओं ने दो टूक में कहा है कि यदि डेहरी में पूर्व में घटी घटना के मामले में डीएसपी आदिल बेलाल पर कड़ी कार्रवाई हुई होती तो सासाराम में हुई हत्या कि घटना को रोका जा सकता था।