SSC परीक्षा में गड़बड़ी का सरगना जेडीयू का यह नेता, पूर्णिया में धराए थे 35 मुन्ना भाई
पूर्णिया में हुई एससीएसी परीक्षा में गड़बड़ी के सरगना की पहचान कटिहार के जदयू नेता रोशन मंडल के रूप में हुई है। पूर्णिया पुलिस कटिहार पुलिस के सहयोग से आरोपी रोशन मंडल को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है।
बिहार के पूर्णिया में एससीएसी परीक्षा में हुई गड़बड़ी के सरगना की पहचान नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के नेता रोशन मंडल के रूप में हुई है। पूर्णिया पुलिस कटिहार पुलिस के सहयोग से आरोपी रोशन मंडल को गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है। सनद रहे कि पुलिस द्वारा एसएससी परीक्षा में गड़बड़ी फैलाने वालों का सरगना माने जाने वाले रोशन की राजनीतिक पृष्ठभूमि है। वह जदयू के पूर्व युवा जिला अध्यक्ष भी रहे हैं। साथ कि उनकी पैतृक पृष्ठभूमि भी राजनीतिक रही है। इसी बात को लेकर कटिहार के राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल रोशन मंडल फरार चल रहे हैं। उनका मोबाइल भी लगातार स्विच्ड ऑफ है।
इस मामले में रोशन मंडल के बड़े भाई दीपक मंडल ने बताया कि सोशल मीडिया के मार्फत पता उन्हें चला कि एसएससी परीक्षा में फर्जीवाड़ा में भाई रोशन मंडल का नाम आ रहा है। मुझे तो यह भी पता नहीं था कि पूर्णिया में उसके द्वारा कोचिंग चलवाया जा रहा है। मुझे ऐसा लग रहा है कि मेरे भाई को राजनीतिक षड्यंत्र में फसाया जा रहा है।
पूर्णिया जिले के गुलाबबाग-हासदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल सेंटर परीक्षा केंद्र में चल रही कर्मचारी चयन आयोग की मल्टी टास्किंग परीक्षा में फर्जीवाड़ा गिरोह के मुख्य सरगना के रूप में रोशन मंडल का नाम सामने आने के बाद समेली प्रखंड में चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही क्षेत्र के हर चौक-चौराहे पर यह घटना चर्चा का विषय है। स्थानीय जनप्रतिनिधि व आमजन भी उक्त घटना को लेकर काफी अचंभित है। बताया जाता है कि फर्जीवाड़े में शामिल छात्रों का फर्जी एडमिड और आधार कार्ड तैयार किया जाता था। दूसरे छात्रों के बदले परीक्षा दे रहे 12 छात्रों की पूर्णिया पुलिस द्वारा गिरप्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ। रोशन मंडल मूलरूप से समेली प्रखंड के खोटा गांव का निवासी है। वह पांच बार युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष के पद पर मनोनीत हुआ है।
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने मीडिया को बताया था कि हंसदा रोड स्थित डिजिटल ऑनलाइन परीक्षा केंद्र से एमटीएस की परीक्षा दे रहे 35 मुन्ना भाईयों को पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया की दूसरे छात्रों के बदले दे रहे मुन्ना भाइयों का जब बायोमेट्रिक किया गया तो उनके फिंगर मैच नहीं हो रहे थे। उससे बाद पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस गहन छानबीन के साथ अग्रेत्तर कार्रवाई कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि इसमें और कितने और कौन कौन लोग शामिल हैं।
पार्टी ने पल्ला झाड़ा
इस मामले में पुलिस के दावे पर जब कटिहार के पूर्व सांसद और जदयू नेता दुलाल चंद गोस्वामी से पूछा गया तो उन्होंने जदयू का सिद्धांत है कि जो जैसा कार्य करेंगे उनके साथ वैसी कार्रवाई की जायेगी। पार्टी किसी को फंसाती नहीं और नहीं किसी को बचाती है। जांच का विषय है कि जदयू नेता का हाथ रहा है या नहीं है।