Hindi Newsबिहार न्यूज़SSC exam major fraud exposed 35 arrested Rs 4 lakh cash recovered from Purnia Centre

एसएससी परीक्षा में बड़ी धांधली का खुलासा, 35 आरोपी गिरफ्तार; साढ़े 4 लाख कैश बरामद

पूर्णिया के एक सेंटर पर एसएससी एमटीएस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का खुलासा करते हुए पुलिस ने 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें परीक्षा सेंटर के कर्मचारी समेत कई फर्जी परीक्षार्थी और अभ्यर्थी शामिल हैं।

Jayesh Jetawat लाइव हिन्दुस्तानThu, 14 Nov 2024 08:30 PM
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केंद्रीय एसएससी की परीक्षा में बड़ी धांधली का बिहार की पूर्णिया पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में अंतर्जिला गिरोह के 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से 4.50 लाख रुपये कैश समेत अन्य कई सामान बरामद किए गए। पूर्णिया एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सात कर्मचारी, 12 फर्जी परीक्षार्थी शामिल हैं। बाकी वैसे परीक्षार्थी हैं, जिनके बदले में परीक्षा दी जा रही थी। इस मामले में केंद्रीय चयन आयोग की उड़नदस्ता टीम की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है, उसकी जांच की जा रही है।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4.50 लाख कैश के साथ तीन लैपटॉप, एक प्रिंटर, 18 मोबाइल, दो बाइक, दो कारें, एक वाईफाई, एक डीवीआर, एक यूपीएस, एक सीपीयू, एक मॉनिटर, 12 ब्लैंक चेक, 22 एटीएम कार्ड, 52 आधार कार्ड, 40 ई- प्रवेश पत्र, सात मूल कागजात आदि बरामद किए हैं।

यह है मामला

शहर के सदर थाना इलाके के हांसदा रोड स्थित पूर्णिया डिजिटल एग्जामिनेशन सेंटर पर एसएससी एमटीएस की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। पुलिस को परीक्षा में जबरदस्त सेटिंग की भनक लगी। सूचना मिलने पर जब सेंटर पर छापेमारी करने पहुंची तो वहां 12 फर्जी अभ्यर्थी हाथ लगे। छानबीन के दौरान फर्जी छात्रों का बायोमेट्रिक हाजिरी का मिलान नहीं हो पाया। निरीक्षण के दौरान बगल की बिल्डिंग में 12 मूल परीक्षार्थी तथा दो अन्य व्यक्ति पाए गए। फर्जी केबल के जरिए परीक्षा नियंत्रण लैब में परीक्षा अवधि के दौरान इन और आउट का उन छात्रों से फर्जी बायोमैट्रिक हाजिरी बनाई जा रही थी। इसी बिल्डिंग में मूल परीक्षार्थी की एसएससी की कॉपी भरवाई जाती थी।

कटिहार का रोशन है सरगना, साढ़े 10 लाख में हुई थी डील

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि हर छात्र से 10.50 लाख रुपये में डील की गई थी। पूरे सिंडिकेट में शेखपुरा, कटिहार, पटना, वैशाली, नालंदा, आदि जिले के माफिया शामिल हैं। इसमें पटना तथा कटिहार जिले के माफिया का मुख्य हाथ है। कटिहार जिले का रौशन इस रैकेट का मुख्य सरगना है। उसकी तलाश की जा रही है।

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