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जाति जनगणना और आरक्षण पर चढ़कर आभार यात्रा से विधानसभा जीत पाएंगे तेजस्वी यादव? जन विश्वास यात्रा से निकली थी 4 लोकसभा

  • राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव 10 सितंबर से 8 दिन की कार्यकर्ता आभार यात्रा पर निकल रहे हैं। यात्रा के पहले चरण में तेजस्वी समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में दो-दो दिन रुककर 41 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं और नेताओ से बात करेंगे।

हिन्दुस्तान टाइम्स अरुण कुमार, पटनाTue, 3 Sep 2024 11:41 AM
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बिहार में विधानसभा चुनाव से एक साल पहले ही राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सदस्यता अभियान और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का कुनबा बढ़ाने में जुटी है। वहीं लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) 10 सितंबर से तेजस्वी यादव की एक और यात्रा की तैयारियों में उतर गई है। लोकसभा चुनाव से पहले तेजस्वी ने जन विश्वास यात्रा की थी जिसमें भीड़ जुटने से पार्टी जोश में थी लेकिन सीट चार ही आए। कार्यकर्ता आभार यात्रा नाम से शुरू हो रहा तेजस्वी का राज्यव्यापी दौरा कई चरणों में होगा। पहले चरण में तेजस्वी समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में 2-2 दिन रुककर 8 दिन में 41 विधानसभा क्षेत्रों के राजद कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठक करेंगे। 

जनता दल यूनाइडेट (जेडीयू) के अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के एनडीए में लौटने के बाद बदले हालात और लोकसभा चुनाव में मात्र चार सीट जीतने की वजह से आरजेडी सतर्क है और संभल-संभलकर कदम उठा रही है। लालू यादव सिंगापुर से नियमित जांच के बाद लौट आए हैं और तेजस्वी की यात्रा से पहले विधायक, विधान पार्षद और पार्टी के नेताओं की बैठक ले रहे हैं। संकेत साफ है कि वो पर्दे के पीछे से कमर कसकर बेटे की यात्रा और पार्टी के अभियान पर नजर रखेंगे। कुछ नेताओं के पार्टी छोड़ने और आने और भागम-भाग की आशंका के मद्देनजर तेजस्वी पंचायत स्तर तक के नेताओं से मिलकर संगठन की मजबूती पर ध्यान दे रहे हैं।

तेजस्वी की जन विश्वास यात्रा में भारी भीड़ दिखी थी लेकिन लोकसभा चुनाव में आरजेडी अकेले 4 सीट ही जीत पाई। वो भी मगध और शाहाबाद में। इसलिए तेजस्वी की आभार यात्रा को बीजेपी और जेडीयू तवज्जो नहीं दे रही है। लेकिन राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बिहार में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग खेल है। 2 अक्टूबर को पार्टी बना रहे प्रशांत किशोर दो साल से जन सुराज यात्रा में मुख्य रूप से आरजेडी, लालू और तेजस्वी को ही निशाना बना रहे हैं। 

आरजेडी के नेताओं का कहना है कि तेजस्वी और राजद के लिए जाति जनगणना और आरक्षण अहम एजेंडा होगा। एक नेता ने कहा कि बिहार के लोगों को पता है कि आरक्षण बढ़वाने के पीछे कौन था और कौन उसे अटकाने के पीछे है। राजद नेता ने कहा कि जाति जनगणना और आरक्षण के मसले पर एनडीए के छुपे एजेंडे को आरजेडी जनता के बीच में बेनकाब करेगी।

प्रशांत किशोर बिहार के नए राजनीतिक खिलाड़ी हैं लेकिन राजनीति के खेल में वो बिहार की सभी पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं। वो बिहार में सबको साथ लेकर नए विकल्प की बात कर रहे हैं लेकिन समय बताएगा कि चुनावी रणनीतिकार अब तक सिर्फ बड़े नेताओं के लिए रणनीति बनाते रहे या रणनीति बनाकर खुद को भी बड़ा नेता बना सकते हैं। प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि बिहार को बदलना है, आगे ले जाना है तो एक के डर से दूसरे को वोट देना छोड़ना होगा। तेजस्वी उनके प्रिय विषय हैं और वो कहते हैं कि समाजवाद और विकास पर तेजस्वी बोलें, ये बहुत ज्यादा है।

जेडीयू इन सब चीज से बहुत चिंतित नहीं दिख रही है। जेडीयू के सीनियर मंत्री विजय चौधरी कहते हैं कि नीतीश कुमार ने जो किया है वो सबको दिखता है और बिहार के लोगों के दिमाग से मिटाया नहीं जा सकता है। लेकिन बीजेपी तेजस्वी की यात्रा पर आक्रामक है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल कह रहे हैं कि तेजस्वी यादव को माफी यात्रा निकालनी चाहिए क्योंकि सरकार में आने पर उनके नेताओं ने भ्रष्टाचार किया है और राज्य के विकास को रोका है। जायसवाल कहते हैं कि लोग जानते हैं कि राजद एक परिवार से बाहर नहीं बढ़ सकता और उसे सब कुछ परिवार के लिए ही चाहिए।

एएन सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान के पूर्व निदेशक डीएम दिवाकर का मानना है कि तेजस्वी की यह यात्रा सही समय पर हो रही है जिसके जरिए वो जाति जनगणना और आरक्षण के संवेदनशील मसले पर एनडीए के समीकरण को तोड़ने की कोशिश करेंगे। इससे जो राष्ट्रीय मुद्दा बन रहा है वो आरजेडी की सहयोगी कांग्रेस के भी हित में है। दिवाकर कहते हैं- “विधानसभा चुनाव अभी दूर है लेकिन नेताओं का पार्टी बदलना शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में ये और बढ़ेगा क्योंकि हर दल में नेताओं की महत्वाकांक्षा बढ़ रही है। आरजेडी को पता है कि जाति जनगणना और आरक्षण गेम बदल सकता है लेकिन आम लोगों को अपनी बात समझाना चुनौती है। तेजस्वी को क्या करना है, ये उनके सामने साफ है।”

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