तेजस्वी ने गिनाया 17 साल बनाम 17 महीने का काम; बोले- बिहार से सौतेला व्यवहार कर रही बीजेपी
जातीय जनगणना कराने और बिहार में आरक्षण की सीमा को 65 बढ़ाए जाने के निर्णय को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आरजेडी पूरे प्रदेश में प्रदर्शन कर रही है। इस मौके पर तेजस्वी ने कहा कि हमारे रहते 17 महीने में जो कुछ वो 17 साल के एनडीए के कार्यकाल में क्यों नहीं हुआ।
राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराने और बिहार में आरक्षण की सीमा को 65 बढ़ाए जाने के निर्णय को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग के लिए राजद की ओर से राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन जारी है। जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे। इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी ने बीजेपी और जेडीयू पर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा कि 17 महीने में जो कुछ वो 17 साल के एनडीए के कार्यकाल में क्यों नहीं हुआ। उन्होने महागठबंधन सरकार के दौरान हुए कामों गिनाया
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग जब 17 महीने रहे तभी जाति आधारित गणना हुई, तभी आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई, ये काम उनके 17 साल में क्यों नहीं हुआ। नौटंकी तो वो लोग कर रहे हैं। बढ़े हुए आरक्षण को नौंवी सूची में क्यों नहीं डाल रहे। जिस बात को लेकर हम धरना दे रहे हैं, कि आरक्षण को शेड्यूल- 9 में डालना चाहिए। अगर सहमत है तो करवाइए, सत्ता में तो वहीं लोग बैठे हुए हैं। जब हम थे, तो हम किए, आरक्षण भी बढ़ाए, जाति आधारित गणना भी कराए ये सब काम 17 महीने में हुआ। आप लोगों ने भी देखा। 5 लाख नौकर उसी में मिला, तीन लाख प्रक्रियाधीन उसी में हुईं। नई शिक्षा नीति, खेल नीति, आईटी नीति भी बनी। आप लोगों ने क्या किया। ये लोग पूरी तरीके से नकारात्मक लोग है। कोई सकारात्मक बात कीजिए तो इनको कुछ ऊटपंटाग बोलना ही है।
तेजस्वी ने कहा कि हालांकि सत्ता में यही लोग बैठे हैं, अब तो केंद्र की भी ताकत है। विशेष राज्य का दर्जा छोड़ दीजिए। बीजेपी ने साफ-साफ मना कर दिया, और जेडीयू के लोग ताली मार रहे थे। स्पेशल स्टेटस क्यों नहीं मिलना चाहिए, बिहार का योगदान है। तीन बार से प्रधानमंत्री बन रहे हैं। जिसमें बिहार की बड़ी भूमिका है। और आप बिहार से ही सौतेला व्यवहार कर रहे हैं। जेडीयू के लोगों से पूछिए 9वीं सूची में डालने के पक्ष में हैं, या नही हैं।
वहीं जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से केसी त्यागी के इस्तीफे के मामले पर तेजस्वी ने कहा कि अलग-अलग दल में कोई इधर जाता है, कोई उधर जाता है। सबको तो पद चाहिए। बिहार में 243 सीटें हैं, पिछली बार गठबंधन में थे, तो 150 सीट लड़ें, टिकट तो 150 लोगों को ही मिलेगा। हम लोग विचारधारा की राजनीति करते हैं। हमने कभी बीजेपी और आरएसएस से हाथ नहीं मिलाया। चाहे सत्ता में रहे या न रहें।
आपको बता दें तेजस्वी प्रसाद यादव 10 सितंबर से जन संवाद यात्रा पर निकलेंगे। जिसका आगाज समस्तीपुर से होगा। प्रथम चरण में उनकी यात्रा मिथिलांचल क्षेत्र में होगी। कभी यह राजद का मजबूत गढ़ रहा है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टी का प्रभाव बढ़ाने और खोए जनाधार को वापस लाने के लिए वहां से यात्रा की शुरुआत की गयी है।