तेजस्वी का जन संवाद यात्रा 10 सितंबर से, निशाने पर मोदी-नीतीश; कहां से शुरुआत? पूरा डिटेल जानें
प्रथम चरण में उनकी यात्रा मिथिलांचल क्षेत्र में होगी। यह इलाका कभी यह राजद का मजबूत गढ़ रहा है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। पिछले विधानसभा चुनाव में अब्दुलबारी सिद्दीकी और भोला यादव जैसे धुरंधर भी चुनाव हार गए थे।
बिहार विधानसभआ में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव फिर एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह राजद की रणनीति का हिस्सा है। हालांकि लोकसभा चुनाव के समय ही उन्होंने इसका ऐलान कर दिया था। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के चीफ मिनिस्टर नीतीश कुमार राजद नेता के निशाने पर होंगे। लोकसभा चुनाव में राजद अपनी उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं कर पाई थी। विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक जनसमर्थन हासिल करने के मकसद से तेजस्वी जनता से संवाद करेंगे। 10 सितंबर से जन संवाद यात्रा पर समस्तीपुर के लिए रवाना होंगे।
प्रथम चरण में उनकी यात्रा मिथिलांचल क्षेत्र में होगी। यह इलाका कभी यह राजद का मजबूत गढ़ रहा है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। पिछले विधानसभा चुनाव में अब्दुलबारी सिद्दीकी और भोला यादव जैसे धुरंधर भी चुनाव हार गए थे। शनिवार को पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टी का प्रभाव बढ़ाने और खोए जनाधार को वापस लाने के लिए वहां से यात्रा की शुरुआत की गयी है।
जानकारी के अनुसार, तेजस्वी यादव समस्तीपुर में 10-11 सितंबर को, दरभंगा में 12-13 सितंबर को तथा 14-15 सितंबर को मधुबनी में रहेंगे। इस दौरान उनके साथ कोई भी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नेता नहीं रहेगा। वे स्थानीय नेताओं से जिलों में मिलेंगे और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद कार्यक्रम का अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। मालूम हो कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव परिणाम जारी होने के बाद ही बिहार की यात्रा करने की घोषणा की थी। बीच में कई कारणों से यात्रा की तिथि में परिवर्तन किया जाता रहा। पहले उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ बैठक में 15 अगस्त के बाद यात्रा पर निकलने की घोषणा की थी।
इससे पहले आज 1 सितंबर को राजद ने राज्यव्यापी हल्ला बोल का आयोजन किया है। देश भर में जातीय गणना कराने और बिहार में आरक्षण को 65 प्रतिशत करने वाले निर्णय को संविधान सी नौवीं अनुसूची में डालने की मांग को लेकर पार्टी के कार्यकर्ता सभी जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करेंगे। पटना में तेजस्वी यादव खुद आन्दोलन की कमान संभालेंगे।