बिहार में फर्जी कंपनी बना करोड़ों की टैक्स चोरी, दिल्ली-मुंबई से जुड़े तार और आरोपी का नेता से नाता
कुणाल कुमार फर्जी कंपनियों से आईटीसी में गड़बड़ी कर करोड़ों की अवैध कमाई कर इसे रियल एस्टेट के व्यवसाय में लगाते हैं। जेन-एक्स अपार्टमेंट को भी उन्होंने ही बनाया है। गया में अभी एक अपार्टमेंट बन रहा है।
बिहार में फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी के मामले में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) ने दो स्थानों पर छापेमारी की। पटना के आरपीएस मोड़ के पास मौजूद जेन-एक्स अपार्टमेंट और दानापुर में छापेमारी की गई। जेन एक्स अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 602 में मित्तल टेक स्टील एंड सीमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यालय है, जिसके मालिक कुणाल कुमार हैं।इस कंपनी के माध्यम से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के माध्यम से करोड़ों की टैक्स चोरी का पता चला है। कुणाल कुमार करीब दो दर्जन फर्जी या खोखा कंपनियों के निदेशक हैं। इनके जरिये उन्होंने आईटीसी में करोड़ों की हेराफेरी कर 60 करोड़ रुपये से अधिक की जीएसटी चोरी कर ली।
हालांकि, छापे के दौरान बड़ी संख्या में जब्त कागजातों की समीक्षा के बाद ही स्पष्ट होगा कि सही मायने में कितने की सीजीएसटी चोरी पकड़ी गई है। कुणाल कुमार फर्जी कंपनियों से आईटीसी में गड़बड़ी कर करोड़ों की अवैध कमाई कर इसे रियल एस्टेट के व्यवसाय में लगाते हैं। जेन-एक्स अपार्टमेंट को भी उन्होंने ही बनाया है। गया में अभी एक अपार्टमेंट बन रहा है। जांच में कई ऐसे भी दस्तावेज मिले हैं, जिससे पता चलता है कि बिहार के कई लोहा या सरिया निर्माण कंपनियों के साथ फर्जी आईटीसी के जरिए लेनदेन किया गया है।
जिन कंपनियों के साथ फर्जी आईटीसी से कारोबार कर जीएसटी की गड़बड़ी की गई है, वे सभी कंपनियां भी रडार पर हैं। इनमें भी केंद्रीय जीएसटी की जांच जल्द हो सकती है। दानापुर के पते पर जो कंपनी खोली गयी थी, वह भी पूरी तरह फर्जी निकली।
दूसरे शहरों से जुड़ रहे तार
जांच में इस फर्जी कंपनियों के तार दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत अन्य शहरों से भी जुड़े मिले हैं। इस पूरे ट्रेल की जांच शुरू की जा रही है। इन शहरों में भी फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों के फर्जी आईटीसी की लेनदेन की गई है। सूत्रों के अनुसार, कुणाल के संबंध एक बड़े राजनैतिक दल के एक बड़े नेता है। फिलहाल इस पहलू की अलग से जांच की जा रही है।
छपरा में छापे में कुणाल का नाम आया सामने
केंद्रीय जीएसटी महकमा की टीम ने कुछ दिन पहले छपरा के एक गांव के पते पर दो कंपनियों मेसर्स हरेश ट्रेडर्स और मेसर्स मां इंटरप्राइजेज की जांच करने पहुंचे थे। दोनों कंपनियां फर्जी मिली थीं। इस कंपनी के पते के अलावा अन्य दस्तावेजों की जांच में कुणाल का नाम सामने आया था। जांच का दायरा बढ़ता गया और सीजीएसटी की जांच टीम कुणाल के ठिकानों तक पहुंच गई।