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प्रशांत के गैंग में 15 शार्प शूटर और वांटेड, तनिष्क शोरूम डकैती के मास्टरमाइंड की क्राइम कुंडली; पुलिस महकमे में भी पैठ

सकरा के प्रशांत गौरव की महकमे में भी गहरी पैठ रही है। 17 फरवरी 2020 को सदर थाना के भिखनपुरा महाराणा प्रताप लेन में कुरियर कंपनी में पांच लाख रुपये से अधिक की लूट हुई थी। इसमें पुलिस ने प्रशांत गौरव व अन्य पर चार्जशीट दाखिल की थी।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, मुजफ्फरपुरTue, 10 Sep 2024 09:31 AM
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पूर्णिया में तनिष्क शोरूम से 3.6 करोड़ रुपये के आभूषण लूटकांड के मास्टरमाइंड सकरा के राजाराम गोपालपुर निवासी प्रशांत गौरव लुटेरों का अंतरराज्यीय गैंग चला रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इसके गिरोह में 15 से अधिक शार्प शूटर हैं। वर्ष 2019-20 में इसके गिरोह ने मुजफ्फरपुर के सदर, मिठनपुरा, बेला और कुढ़नी इलाके में लूट की कई वारदात को अंजाम दिया था। 

इस गिरोह के शातिर रोहतास निवासी अंकुश कुमार और सहरसा का सोनू झा दूसरे राज्यों में भी लूटकांडों में वांटेड बताए जा रहे हैं। बीते साल साहेबगंज इलाके में देहरादून एसटीएफ ने सोना लूटकांड के चार शातिरों को गिरफ्तार किया था। इसमें पटना व सीतामढ़ी के शातिर शामिल थे। बताया जा रहा है कि प्रशांत का इस गैंग से भी कनेक्शन है।

मुजफ्फरपुर पुलिस प्रशांत गौरव और मधौल के बिट्टू पासवान का क्राइम रिकॉर्ड पूर्णिया पुलिस को भेजेगी। सदर थाना के कच्चीपक्की में 24 दिसंबर 2019 को कैश वैन से 24 लाख की लूट हुई थी। सीएमएस कैश एजेंसी के कर्मचारी कच्चीपक्की में एक्सिस बैंक की एटीएम में कैश लोडिंग के लिए पहुंचे थे। 

बाइक से पहुंचे अपराधियों ने गार्ड व कैश कस्टोडियन को गन प्वाइंट पर लेकर 24 लाख रुपये से भरा बैग लूटकर फरार हो गए थे। इस केस में पुलिस ने प्रशांत गौरव व प्रकाश ठाकुर आदि पर चार्जशीट की थी। बेला जाने वाले मार्ग में पेट्रोल पंप के मैनेजर दिलीप कुमार वर्मा से पांच लाख की लूट हुई थी। पुलिस ने इसमें भी प्रशांत के गिरोह की भूमिका बताते हुए शातिरों पर चार्जशीट दाखिल की थी।

सीसीटीवी फुटेज गायब कर देने से बरी हुआ था प्रशांत

सकरा के प्रशांत गौरव की महकमे में भी गहरी पैठ रही है। 17 फरवरी 2020 को सदर थाना के भिखनपुरा महाराणा प्रताप लेन में कुरियर कंपनी में पांच लाख रुपये से अधिक की लूट हुई थी। इसमें पुलिस ने प्रशांत गौरव व अन्य पर चार्जशीट दाखिल की थी। आईओ ने उस सीसीटीवी फुटेज को ही गायब कर दिया, जिससे लूट को अंजाम देने वाले प्रशांत गौरव की पहचान हुई थी। इस कारण कोर्ट ने प्रशांत को बरी कर दिया था। कोर्ट ने इस केस में पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीजीपी को भी आदेश की प्रति भेजने का आदेश दिया था।

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