प्राइवेट हॉस्पिटल की सुविधाओं का सर्वे होगा, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को जिम्मा; क्या है प्लान?
सर्वेक्षण के दौरान निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की हर रोज रिपोर्ट तैयार की जायेगी। एक अस्पताल में औसतन कितने मरीज आते हैं, इसका ब्योरा तैयार किया जायेगा। निजी अस्पतालों को भेजे फॉर्मेट में कहा गया है कि आद्री पहली बार इतने बड़े पैमाने पर अस्पतालों की मैपिंग कर रही है।
बिहार ने निजी अस्पतालों में मरीजों को दी रही सुविधाओं का सरकार हिसाब रखेगी। स्वास्थ्य विभाग की शाखा आईडीएसपी (एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम) राज्य के सभी निजी अस्पतालों का सर्वेक्षण करायेगी। इसके लिए आद्री और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन को जिम्मा दिया गया है। सर्वे के लिए आईडीएसपी के प्रभारी सह स्टेट सर्विलांस अफसर डॉ. रंजीत कुमार ने सभी एसीएमओ को पत्र भेजा है।
निजी अस्पतालों के सर्वेक्षण में वहां मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का ब्योरा तैयार किया जायेगा और अधिक से अधिक बीमारियों की रिपोर्टिंग निजी अस्पतालों से हो, इसे सुनिश्चित कराया जायेगा। विभाग का कहना है कि निजी अस्पतालों से बीमारियों की रिपोर्टिंग आने से बीमारियों का पूरा ब्योरा तैयार करने में मदद मिलेगी।
मेडिकल कॉलेज से भी कम आ रही रिपोर्ट आईडीएसपी का कहना है कि राज्य के मेडिकल कॉलेजों से भी बीमारियों की कम रिपोर्ट आ रही है, इसलिए वहां से भी रिपोर्ट बढ़ाने की जरूरत है। आईडीएसपी कम रिपोर्टिंग वाले जिलों को भी चिन्हित करने जा रहा है। जिन जिलों से बीमारियों की कम रिपोर्ट आयेगी, वहां भी आद्री के अधिकारी जाकर प्रशिक्षण देंगे।
हर रोज बनेगी आने वाले मरीजों की रिपोर्ट
सर्वेक्षण के दौरान निजी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की हर रोज रिपोर्ट तैयार की जायेगी। एक अस्पताल में औसतन कितने मरीज आते हैं, इसका ब्योरा तैयार किया जायेगा। निजी अस्पतालों को भेजे फॉर्मेट में कहा गया है कि आद्री पहली बार इतने बड़े पैमाने पर अस्पतालों की मैपिंग कर रही है। सभी अस्पतालों को सभी जानकारियां देने का निर्देश दिया गया है।
सभी निजी अस्पतालों को दिया जायेगा फॉर्मेट
निजी अस्पतालों के सर्वेक्षण (मैपिंग) के लिए आद्री और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने एक फॉर्मेट तैयार किया है। इसमें निजी अस्पतालों को बताना होगा कि वहां किस प्रकार की सुविधा मिलती है। संस्थान का पूरा पता देना होगा। निजी अस्पतालों को यह बताना होगा कि उनके यहां किस तरह के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसके अलावा अस्पताल कितने दिनों से चल रहा है यह भी जानकारी देनी है।