Hindi Newsबिहार न्यूज़Students will learn leadership elections also be conducted why CBSE take this initiative

छात्र सीखेंगे नेतागीरी, इलेक्शन भी कराया जाएगा; सीबीएसई ने क्यों की अनोखी पहल?

इस पूरी प्रक्रिया के लिए सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध देशभर के स्कूलों में निर्वाचन क्लब और लोकतंत्र कक्ष बनाए जाएंगे। इसमें आम चुनाव के तर्ज पर उम्मीदवारों के नामांकन दर्ज करने से लेकर उनकी नाम वापसी और उम्मीदवारी तय होने तक की प्रक्रिया बच्चों को सिखाई जाएगी।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तानSun, 27 Oct 2024 10:58 AM
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अब स्कूली बच्चे पढ़ाई के दौरान ही नेतागीरी के गुर सीखेंगे। एक अच्छे जनप्रतिनिधि में क्या-क्या गुण होने चाहिए, उनका जनता के प्रति कैसा रवैया होना चाहिए, किस तरह से आमलोगों के साथ-साथ प्रदेश और देश के हित में वह अपना योगदान दे सकते हैं, इन सबकी जानकारी उन्हें दी जाएगी। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से यह खास पहल की जा रही है।

इतना ही नहीं, चुनाव की प्रक्रिया क्या होती है और किस तरीके से चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद चयनित जनप्रतिनिधियों को मंत्री बनाया जाता है, इन सारी कार्यवाही से छात्र-छात्राएं अवगत होंगे। यह सबकुछ केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध स्कूलों में बच्चों को बताया जाएगा। इसको लेकर बोर्ड की ओर से संबद्ध सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापक और संचालकों को निर्देश जारी किया गया है। इसमें बोर्ड की अकादमिक निदेशक डॉ. प्रज्ञा एम सिंह ने सभी स्कूलों में मॉक इलेक्शन अनिवार्य रूप से और योजनाबद्ध तरीके से संचालित करने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य छात्रों को देश की राजनीतिक व्यवस्था से अवगत कराते हुए उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करना है।

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स्कूलों में निर्वाचन क्लब और लोकतंत्र कक्ष बनेंगे

इस पूरी प्रक्रिया के लिए सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध देशभर के स्कूलों में निर्वाचन क्लब और लोकतंत्र कक्ष बनाए जाएंगे। इसमें आम चुनाव के तर्ज पर उम्मीदवारों के नामांकन दर्ज करने से लेकर उनकी नाम वापसी और उम्मीदवारी तय होने तक की प्रक्रिया बच्चों को सिखाई जाएगी। साथ ही एक साथ चुनाव की गतिविधियों का भी संचालन किया जाएगा।

क्या कहते हैं अधिकारी?

इस अनोखी पहल को लेकर सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि इस प्रक्रिया के दौरान बच्चों में आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता विकसित होगी। चुनावी प्रक्रिया समझकर बच्चे दूसरों को भी जागरूक करेंगे। यह बच्चे आगे चलकर लोकतंत्र और चुनाव की प्रक्रिया का सम्मान करेंगे और अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझेंगे।

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