पढ़ाई के लिए छात्रों को डांटा, तो स्कूल में घुसकर बदमाशों ने दौड़ा-दौड़ाकर शिक्षकों को धुन डाला
कैमूर जिले के सरैया गांव स्थित प्लस टू स्कूल में बदमाशों ने शिक्षकों की पिटाई कर दी। जानकारी के मुताबिक शिक्षक ने छात्र को पढ़ाई न करने पर क्लास के बाहर खड़ा कर दिया। जिसके वो घर चला और फिर स्कूल पहुंच लोगों ने टीचर्स की कुर्सी, डंडों से पिटाई की। जिसमें कई शिक्षक घायल हुए हैं।
बिहार के कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के सरैया गांव स्थित प्लस टू स्कूल में शिक्षकों की पिटाई का मामला सामना आया है। जहां विद्यालय में घुसे बदमाशों ने टीचर्स को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, कुर्सी और डंडे से मारा। जिसमें कई शिक्षक घायल हो गए हैं। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रेमशंकर झा ने बताया कि एक शिक्षक अपनी कक्षा में बच्चों को पढ़ा रहे थे। एक छात्र पढ़ाई को प्रभावित कर रहा था। शिक्षक ने उस बच्चे को कक्षा से बाहर कर दिए। जिसके बाद वो अपने घर गया और अभिभावकों को लेकर स्कूल आया। बच्चे के अभिभावकों ने शिक्षकों के साथ मारपीट की। जिसमें शिक्षक नंदलाल कुमार, प्रशांत पांडेय, ब्रजेश उपाध्याय, मनोज दुबे घायल हुए हैं।
अब इस मामले में प्राथमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को पीड़ित शिक्षकों से मिला। प्रतिनिधि मंडल में शामिल प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव अरुण कुमार तिवारी, अरुण कुमार, नियोजित शिक्षक संघ के संयोजक प्रवीण कुमार, सुनील कुमार सिंह, मुन्ना राम, पंकज कुमार सिंह, उपेंद्र पांडेय ने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की घटना का संगठन घोर निंदा करता है। उन्होंने कहा कि अगर इस घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो शिक्षक आंदोलन करेंगे, जिसकी शुरुआत काली पट्टी बांधकर विद्यालय में शैक्षणिक कार्य करते हुए की जाएगी। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं हुई तो शिक्षण कार्य से विरत होकर चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
आपको बता दें मारपीट की घटना का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें बदमाशों को शिक्षकों के साथ मारपीट करते देखा जा सकता है। हालांकि इस तरह के किसी वीडियो की पुष्टि हिन्दुस्तान नहीं करता है। घायल शिक्षक यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज भी नहीं कराए हैं। वह किसी निजी अस्पताल में मरहम-पट्टी कराने के बाद दवा लेकर चले गए हैं। घटना के कारणों के बारे में भी कुछ पता नहीं चल रहा है। इस मुद्दे पर शिक्षक भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। घटना के बारे में माध्यमिक शिक्षा डीपीओ अक्षय कुमार पांडेय को भी शिक्षकों द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है।