Corona in Bihar: तीसरी लहर में युवाओं पर हुआ वायरस का सबसे अधिक असर, बच्चों को लेकर सच नहीं हुआ डर
ऐसी आशंका थी कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों पर अधिक कहर बरपेगी, लेकिन इसमें भी बच्चे, बुजुर्गों की तुलना में काफी कम संक्रमित हुए। सबसे अधिक बीमारी का असर नौजवानों पर हुआ है। तीसरी लहर में पटना...
ऐसी आशंका थी कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर बच्चों पर अधिक कहर बरपेगी, लेकिन इसमें भी बच्चे, बुजुर्गों की तुलना में काफी कम संक्रमित हुए। सबसे अधिक बीमारी का असर नौजवानों पर हुआ है। तीसरी लहर में पटना जिले में 1 जनवरी से 23 जनवरी तक 30 हजार 157 लोग संक्रमित हुए हैं। 23 जनवरी को जिला प्रशासन द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण की दर धीरे-धीरे कम हो रही है, लेकिन पटना शहर और आसपास के इलाके में अब भी खतरा बरकरार है। 30 हजार से अधिक संक्रमित लोगों में 10 साल के बच्चे 3 प्रतिशत, 14 साल तक के बच्चे 1.3 प्रतिशत संक्रमित हुए हैं। वहीं 25 से 49 आयु वर्ग के 53 प्रतिशत तथा 50 से 74 आयु वर्ग के 24 प्रतिशत लोग इस बार संक्रमित हुए हैं। इस बार संक्रमण फैलने का मुख्य कारण मरीजों के संपर्क में आना बताया गया है। तीसरी लहर में 445 हेल्थ वर्कर भी संक्रमित हुए।
कोरोना का संक्रमण अब भी पटना शहर और आसपास के इलाके में अधिक है। प्रशासन ने 10 ऐसे प्रखंड को चिह्नित किया है, जहां अन्य जगहों की तुलना में संक्रमित लोग अधिक हैं। इन इलाके से अब भी संक्रमित लोगों की संख्या अन्य जगहों की तुलना में अधिक मिल रही है, जो इलाके चिह्नित किए गए हैं, उनमें पटना सदर, फुलवारीशरीफ, दानापुर, बिहटा, पालीगंज, संपतचक, बाढ़, फतुहा और बिक्रम प्रखंड शामिल हैं, जबकि 13 ऐसे प्रखंड हैं, जहां कोरोना वायरस से संक्रमित सक्रिय मरीजों की संख्या 20 से भी कम हो गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रामीण इलाके में काफी तेजी से संक्रमण की दर कम हो रही है।
तीसरी लहर में महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक संक्रमण रहा। संक्रमित होने वालों में 60 प्रतिशत पुरुष तथा 40 प्रतिशत महिलाएं रही हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या में अब भी 3173 पुरुष तथा 1878 महिलाएं हैं।
तीसरी लहर में भी अधिक उम्र के लोगों पर प्रभाव अधिक रहा। इनमें सबसे अधिक 50 से 75 वर्ष के लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इसी प्रकार 75 से 99 आयु वर्ग के संक्रमित 16 मरीज अब भी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।
पटना जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों की संख्या 5051 है। इनमें सबसे अधिक सक्रिय मरीज पटना सदर प्रखंड में 3821 हैं। फुलवारी में 378, दानापुर में 290, बिहटा में 144, पालीगंज में 74, दुल्हिन बाजार में 55, संपतचक में 55, फतुहा में 34 तथा बिक्रम में 32 सक्रिय मरीज हैं। पटना जिले में अब भी होम आइसोलेशन में 4927 मरीज हैं, जबकि पटना जिले के 61 लोग तथा पटना के बाहर के जिलों के 63 लोग शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं।
कोरोना वायरस का संक्रमण इस बार भी बच्चों पर कम रहा है। संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सेहत की नियमित निगरानी की जा रही है तथा जो भर्ती हैं, उनके उपचार की बेहतर व्यवस्था की गई है।
डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना