BJP में जाएंगे जेडीयू MP सुनील कुमार पिंटू? नीतीश के मंत्री ने संजय झा ने कहा- कहीं और से गाइड हो रहे
न्होंने कहा कि जहां से आए थे वहीं वापस जाने का मन होगा। लगता है कि कहीं और से गाइड हो रहे हैं इसीलिए नाराज हैं और जातीय गणना के रिपोर्ट पर संदेह कर रहे हैं। सुनील पिंटू बीजेपी से जदयू में आए थे।
जातीय गणना के आंकड़ों से नाराज जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू को लेकर बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने बड़ा बयान दिया है। नीतीश कुमार की सरकार में जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा है कि सुनील कुमार पिंटू कहीं और से गाइड हो रहे हैं, इसीलिए ऐसा बयान दे रहे हैं। जदयू सांसद ने बिहार में जातीय गणना के रिपोर्ट पर सवाल उठाया और कहा कि तेली समाज के साथ नाइंसाफी हुई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब देखे जाने वाले मंत्री संजय झा से जब जातीय गणना के आंकड़ों को लेकर अपनी पार्टी के सांसद की नाराजगी पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जहां से आए थे वहीं वापस जाने का मन होगा। लगता है कि कहीं और से गाइड हो रहे हैं इसीलिए नाराज हैं और जातीय गणना के रिपोर्ट पर संदेह कर रहे हैं।
जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातीय गणना के आंकड़ों को गलत करार दिया है। दरअसल उन्होंने अपनी ही सरकार द्वारा कराए गए जातीय गणना की रिपोर्ट पर सवाल खड़ा कर दिया है। इसको लेकर सांसद ने बड़ी बैठक बुला ली। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने दो अक्टूबर को जातीय गणना की जो रिपोर्ट जारी की है वह सही नहीं है। वे तेली साहू समाज के संगठन के संयोजक हैं। सभी जिलों में अपने समाज के लोगों से बात की है। उनकी ओर से जानकारी दी गई है कि की पूरे बिहार में कई जगहों पर तेली साहू समाज के मोहल्ले और टोलों की गिनती ही नहीं की गई। सर्वे टीम उन इलाकों में पहुंची ही नहीं। बहुत सारे लोग गणना से वंचित रह गए और सही संख्या नहीं आ पाई।
जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जातीय गणना की ताजा रिपोर्ट में तेली साहू समाज की तादाद 2.81 % बताई गई है जो सही नहीं है बल्कि पूरी तरह से गलत है। इससे कई गुना ज्यादा तेली साहू समाज के लोग बिहार में रहते हैं। उन्होंने मांग किया है कि पूरे बिहार में तेली साहू समाज की गणना फिर से कराई जाए। इसे लेकर अपने समाज के लोगं की बैठक आगामी आठ तारीख को पटना में बुलाई गई है। बैठक में तेली साहू समाज पूरे बिहार से लोग इसमें आ रहे हैं।
सुनील कुमार पिंटू पहले बीजेपी में थे। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर वे तीन बार सीतामढ़ी के विधायक रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी सीट जेडीयू के खाते में चली गयी। लेकिन, बीजेपी ने सीट पर अपने उम्मीदवार का दावा किया। इसे देखते हुए सुनील कुमार पिंटू भाजपा छोड़कर जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली और चुनाव लड़े। जेडीयू ने पहले अपनी पार्टी के डॉ वरूण कुमार को टिकट दिया था। वापस लेने के बाद काफी विरोध भी हुआ था।