फ्लोर टेस्ट के बाद नीतीश के कैबिनेट विस्तार का इंतजार, बीजेपी, जेडीयू और हम के विधायक टकटकी में
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विधानसभा में महागठबंधन के सदस्यों के वॉकआउट के बीच विश्वास मत हासिल कर लिया। अब कैबिनेट के विस्तार पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नवगठित एनडीए सरकार ने सोमवार को विधानसभा में 'महागठबंधन' के सदस्यों के वॉकआउट के बीच विश्वास मत हासिल कर लिया। विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 129 वोट पड़े जबकि विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। दरअसल, नीतीश कुमार ने पिछले दिनों महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था, जिसमें आरजेडी प्रमुख घटक दल है। नीतीश फिर से एनडीए में लौट आए और उन्होंने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई। सदन में एनडीए सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है और अब सबकी निगाहें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई हैं।
गौरतलब है कि 28 जनवरी को नीतीश कुमार समेत 9 लोगों को राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। जेडीयू की तरफ से नीतीश कुमार के साथ विजय चौधरी, वीजेंद्र यादव और श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ले ली थी। वहीं बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी (डिप्टी सीएम), विजय कुमार सिन्हा (डिप्टी सीएम), डॉ. प्रेम कुमार (भाजपा), संतोष कुमार सुमन (हम) और सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय) ने भी शपथ ली थी। बता दे कि 243 सदस्यों वाले बिहार विधानसभा में कुल 15 प्रतिशत यानि मुख्यमंत्री समेत कुल 36 मंत्री हो सकते हैं।
अब पिछली सरकार में जेडीयू कोटे से जो मंत्री बने थे, उन्हें लेकर फिलहाल तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। ऐसे में जो पिछली सरकार में मंत्री थे, उनकी दावेदारी को लेकर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। सूत्रों की माने तो बिहार में जातिगत गणना के बाद मंत्रिमंडल के अंदर भी जातीय समीकरण साधना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि कुछ महीने बाद ही लोकसभा चुनाव है और मंत्रिमंडल विस्तार के बहाने बीजेपी अलग-अलग जाति के वोटरों को बड़ा मैसेज देना चाहती है।
मंत्री और उनके विभाग
- नीतीश कुमार: सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन और ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं है
- सम्राट चौधरी: वित्त, वाणिज्यकर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन, विधि
- विजय कुमार सिन्हा: कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला-संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण
- विजय कुमार चौधरी: जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा, सूचना एवं जनसंपर्क
- बिजेन्द्र प्रसाद यादव: ऊर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण
- डॉ. प्रेम कुमार: सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन
- श्रवण कुमार: ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
- संतोष कुमार सुमन: सूचना प्रावैधिकी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण
- सुमित कुमार सिंह: विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा