लापरवाही की हद! ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने महिला के पेट में छोड़ा कपड़ा, फिर दी ये सफाई
जहानाबाद में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है। जब एक महिला की सिजेरियन डिलीवरी के बाद पेट में ही कपड़ा छोड़ दिया। जिसके चलते महिला को 9 दिन बाद भीषण दर्द हुआ। अल्ट्रासाउंड में ये खुलासा हुआ।
जहानाबाद के सदर अस्पताल में डॉक्टर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है। डॉक्टर्स ने ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में ही कपड़ा छोड़ दिया था। जिसको लेकर शनिवार को अस्पताल में जमकर बवाल काटा गया और एनएच जाम कर आवाजाही बाधित की गयी। इस दौरान परिजन चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के गौरापुर गांव निवासी राकेश कुमार की पत्नी खुशबू कुमारी को प्रसव कराने के लिए 25 जुलाई को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सर्जन डा. अशोक कुमार के द्वारा सिजेरियन डिलीवरी कराया गया।
लेकिन ऑपरेशन के क्रम में महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया गया। जिसके कारण महिला पिछले नौ दिनों से पेट फुलने और दर्द से परेशान थी। सदर अस्पताल में भर्ती महिला को डॉक्टर्स ने काफी एंटीबॉयोटिक्स दिए लेकिन सभी दवाएं उसे दर्द से राहत देने में बेअसर साबित हो रही थी। इसके बाद महिला के परिजनों ने शुक्रवार को निजी क्लीनिक में ले जाने का निर्णय लिया। निजी क्लीनिक के डाक्टर के द्वारा अल्ट्रासाउंट और सीटी स्कैन कराने पर पता चला कि महिला के पेट में कोई बाहरी सामान है। उसको निकालने की जरूरत है।
परिजनों की इसकी जानकारी होने पर सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक से सवाल जवाब करने लगे। इसके बावजूद चिकित्सक गलती मानने के लिए तैयार नहीं थे। हालांकि दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही गयी। लेकिन मरीज के परिजनों ने सदर अस्पताल में दोबारा ऑपरेशन कराने से इंकार कर दिया। शनिवार को उक्त महिला का निजी क्लीनिक में ऑपरेशन कराया गया। जहां ऑपरेशन के दौरान में छोटा तौलिया के आकार का कपड़ा पेट से निकाला गया। इसके बाद ग्रामीण और परिजन भड़क गए।
गुस्साए परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। बाद में आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल के गेट के पास सड़क जाम भी किया और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि बाद में नगर थाने की पुलिस पहुंची और लोगों को सड़क से हटाकर आवाजाही शुरू कराया। इस दौरान करीब आधा घंटे तक पटना- गया मुख्य मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ।
इस मामले पर सदर अस्पताल जहानाबाद के सर्जन डा. अशोक कुमार ने बताया कि ऑपरेशन के बाद महिला को कंजरवेटिव ट्रिटमेंट में रखा गया था। एब्डोमिनल डिस्टेंशन था। यह किसी भी मरीज के साथ होता है। आमतौर पर पेट फूलने का कारण पेट में बनने वाली गैस होती है, जिसकी वजह से पेट का साइज बढ़ने लगता है।