जनता दरबार में रो पड़े बुजुर्ग, हैरान नीतीश ने प्रधान सचिव से कहा- पहले जो गड़बड़ होता था वही फिर हो रहा
सीएम भी उनकी परेशान देख भौचक हो गए। उन्होंने बुजुर्ग मोहम्मद हरूण को आश्वासन देकर कहा कि सब ठीक हो जाएगा तो फरियादी बुजुर्ग चुप हुए। उर्जा विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर सीएम नीतीश ने निर्देश दिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को एक बुजुर्ग रोने लगे। मौजूद अधिकारी उन्हें रोने से मना कर रहे थे पर बुजुर्ग अपने आप को रोक नहीं पा रहे थे। सीएम भी उनकी परेशान देख भौचक हो गए। उन्होंने बुजुर्ग मोहम्मद हरूण को आश्वासन देकर कहा कि सब ठीक हो जाएगा तो फरियादी बुजुर्ग चुप हुए। उर्जा विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर सीएम नीतीश ने कहा कि देखिए पहले जो गड़बड़ होता था वही फिर से हो रहा है।
दरअसल, पश्चिम चंपारण से बुजुर्ग मो. हारूण बिजली विभाग की मनमानी की शिकायत लेकर आए थे। वह अपने घर के बिजली बिल से परेशान हैं। बिजली विभाग का चक्कर काटते काटते थककर मो हारूण ने सीएम जनता दरबार में फरियाद लगाया। तय समय से अधिकारियों ने उन्हें सीएम के सामने वाली सीट पर बैठाया। सीएम को अभिवादन कर बुजुर्ग सज्जन फूट-फूटकर रोने लगे। सीएम ने कहा कि रोते क्यों हैं बात बताइए। फिर भी वह चुप रहे। सिर्फ इतना कहा कि बिजली बिल माफ कर दीजिए।
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सीएम ने उसके बाद मो हारूण से सिर्फ इतना पूछा कि क्या करते हैं बिजली से। उन्होंने फरियादी का पूरा आवेदन खुद से पढ़ा और उर्जा विभाग को फोन लगाने का आदेश दिया। प्रधान सचिव को फोन लगते ही नीतीश कुमार ने कहा कि घर में इतना बिल कैसे आ गया? बताइए घर के कनेक्शन में 42 हजार, फिर तिरेपन हजार और 89 हजार। इतना बिजली बिल घर में कैसे आ सकता है? गरीब आदमी हैं, इसे देखिए गंभीरता से। प्रधान सचिव को झिड़की लगाते हुए सीएम ने कहा कि पहले जो गड़बड़ होता था कहीं वही तो नहीं हो रहा है। इसे ठीक कीजिए।
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मुजफ्फरपुर से पहुंचे एक फरियादी ने नीतीश कुमार से सात निश्चय योजना में लूट पाट की शिकायत की। सकरा प्रखंड के दुभा बुजुर्ग गांव निवासी संजय कुमार सिन्हा ने गुहार लगाई कि नल जल योजना में लूट मची है। बड़े इलाके में अभी तक लोगों को पानी नहीं मिला है। जहां पाइप लगा वहां फट गया। गांव नली गली योजना में ढलाई होने के साथ फटने लगता है।
पनी महत्वाकांक्षी योजना का हाल सुन कर पंचायती राज विभाग के अधिकारी को फोन लगाने को कहा. फोन कर मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए इस मामले को. विकास योजना में गड़बड़ी की शिकायत है. इसे देखिए। वहीं पश्चिम चंपारण आये एक फरियादी ने कहा कि हमारे यहां भी नजल-जल योजना का हाल बेहाल है. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर से पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाया। सीएम नीतीश ने फोन कर कहा कि देखिए यह भी नल-जल योजना से संबंधित है. हम यात्रा में गए थे तो क्यों नहीं यह सब काम हुआ ? इसको दिखवाइए।
सीएम नीतीश अपनी महत्वाकांक्षी योजना का बुरा हाल सुन कर पंचायती राज विभाग के अधिकारी को फोन लगाने का आदेश दिया। फोन मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरपुर से एक आदमी आए हैं और विकास योजना में गड़बड़ी की शिकायत कर रहे हैं। इसे गंभीरता से देखिए। पश्चिम चंपारण आये एक फरियादी ने जब लगातार दूसरी शिकायत किया कि वहां भी नजल-जल योजना का हाल बेहाल है तो सीएम बिफर गए। उन्होंने फिर से पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाया। सीएम नीतीश ने फोन कर कहा कि देखिए पश्चिम चंपारण नल-जल योजना से संबंधित शिकायत आई है। हम यात्रा में गए थे तो वहां भी कई शिकायत मिली। क्यों नहीं यह सब काम हुआ अबतक? इसको दिखवाइए।
आये एक वृद्ध मुख्यमंत्री के सामने फरियाद लगा कर रोने लगे। उन्होंने कहा कि अत्यधिक बिजली बिल से परेशान हैं.हम कहां से इतना बिल देंगे. शिकायत सुन नीतीश कुमार ने उर्जा विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर कहा कि देखिए इस शिकायत को. आखिर इतना अधिक बिल कैसे आ रहा? यह तो हद है, बढ़े बिल को देखिए और शिकायत को दूर करिए।