कैंसर से जूझ रहे सुशील मोदी से मिलने पहुंचे तेज प्रताप; जाना हाल, इमोशनल पोस्ट कर कही ये बात
कैंसर से जूझ रहे बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी से आज लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने घर जाकर मुलाकात की। और हाल-चाल जाना। और जल्द स्वस्थ्य होने की कामनी की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी कैंसर से जूझ रहे हैं। जिसकी जानकारी उन्होने खुद एक्स पर पोस्ट करके दी थी। जिसके बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव समेत तमाम सियासी दिग्गजों ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है। आज लालू के बड़े बेटे और बिहार सरकार के पूर्व पर्यावरण मंत्री रहे तेज प्रताप यादव सुशील मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे। और उनका हाल जाना। साथ ही जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की है।
सुशील मोदी से मुलाकात के बाद तेज प्रताप ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता के प्रारंभिक राजनीतिक जीवन के साथी रहे, राज्यसभा सदस्य आदरणीय सुशील कुमार मोदी जी से उनके आवास पर मिलकर स्वास्थ्य लाभ की कामना की। वे जल्द स्वस्थ्य हों, यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है।
आपको बता दें पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने दो दिन पहले को बताया था कि वो छह महीने से कैंसर से पीड़ित होने की बात पता चली है और वो पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार में भाग नहीं ले सकेंगे। इस मामल पर उन्होने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए लिखा था कि मैं पिछले छह महीने से कैंसर से जूझ रहा हूं। मुझे लगता है कि अब लोगों को यह जानकारी देने का वक्त आ गया है। मैं लोकसभा चुनाव के लिए कुछ नहीं कर पाऊंगा। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सब कुछ बता दिया है। मैं देश, बिहार और पार्टी के प्रति सदैव आभारी और समर्पित रहूंगा।
आपको बता दें लालू यादव और सुशील मोदी छात्र राजनीति से एक-दूसरे के साथी रहे हैं। जब लालू यादव पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष थे जब सुशील मोदी महासचिव हुआ करते थे। सुशील मोदी पटना यूनिवर्सिटी के महासचिव हुआ करते थे, उस वक्त लालू यादव छात्र संघ के अध्यक्ष थे।
सुशील मोदी 1990 में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए। 2004 में भागलपुर से लोकसभा के सदस्य बने। अपने तीन दशक से अधिक के राजनीतिक करियर के दौरान सुशील मोदी विधायक विधान परिषद के सदस्य, लोकसभा सदस्य और राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह 2005 से 2013 और 2017 से 2020 तक राज्य के उप मुख्यमंत्री रहे।