सुशील मोदी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि; नड्डा ने दी श्रद्धांजिल
सुशील मोदी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम को पंचतत्व में विलीन हो गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार दीघा घाट पर किया गया।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम को पंचतत्व में विलीन हो गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार दीघा घाट पर किया गया। बड़े पुत्र उत्कर्ष तथागत ने रात करीब 8: 49 बजे मुखाग्नि दी। उनकी अंतिम यात्रा 7.30 बजे भाजपा प्रदेश कार्यालय से दीघा घाट के लिए निकली। इसके पहले पटना एयरपोर्ट से पार्थिव शरीर उनके पैतृक आवास राजेंद्र नगर लाया गया। यहां से आरएसएस क्षेत्रीय कार्यालय और फिर विधानमंडल परिसर पहुंचा। पार्टी कार्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्थिव शरीर पर पार्टी का झंडा ओढ़ाकर उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी।
गले के कैंसर से पीड़ित सुशील मोदी का सोमवार की रात 9.29 बजे दिल्ली एम्स में निधन हो गया था। उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को दोपहर 1 बज कर 52 मिनट पर पटना हवाईअड्डा पहुंचा। वहां से विशेष वाहन से 2 बज कर 52 मिनट पर राजेंद्र नगर स्थित आवास पर लाया गया। आवास पर पार्थिव शरीर पहुंचने के पहले ही बड़ी संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता, शुभचिंतकों के साथ मोहल्ले के लोग जमा थे। यहां पार्थिव शरीर को लोगों के दर्शन के लिए 4 बजकर 11 मिनट तक रखा गया।
शाम 7.30 बजे भाजपा कार्यालय से निकली अंतिम यात्रा में राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े, यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, मंत्री मंगल पांडेय, नितिन नवीन और विधायक संजीव चौरसिया, यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा समेत बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता और आमलोग शामिल थे। जनार्दन घाट पर घंटेभर में पहुंचने के बाद रात करीब पौने नौ बजे उनका अंतिम संस्कार आरंभ हुआ।
घर पर पार्थिव शरीर पहुंचते ही गमगीन हो गया माहौल
पार्थिव शरीर के साथ ही सुशील कुमार मोदी की पत्नी जेसी जार्ज बड़े बेटे उत्कर्ष के साथ जैसे ही घर पहुंचीं तो परिवार के लोग गले लग रोने लगे। मौके पर मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गई। बड़े भाई राजकुमार मोदी भी दिल्ली से पार्थिव शरीर के साथ ही आए थे। चचेरे भाई, दोनों बहनोई सहित परिवार के अन्य सदस्य एक दूसरे को सांत्वना दे रहे थे। दोनों बेटे के ससुराल पक्ष के लोग भी पहुंचे थे। छोटा बेटा अक्षय अमृतांशु और बहू सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। बड़ा बेटा उत्कर्ष तथागत और उनकी पत्नी बेंगलुरू में लॉ फर्म चलाती हैं।
रांची से पहुंचे सरजू राय
झारखंड के विधायक सरयू राय ने बताया कि सुशील कुमार मोदी से उनकी 1966 से मित्रता है। उनके निधन की सूचना के बाद जमशेदपुर से रांची होते हुए यहां पहुंचा हूं।