दारोगा ने 10 साल में काली कमाई से बनाई अकूत संपत्ति, छापेमारी में करोड़ों की प्रॉपर्टी का खुलासा
कास कुमार सरकारी नौकरी में जनवरी 2014 को आए थे और करीब 10 वर्ष की नौकरी में अपनी काली कमाई की बदौलत 1 करोड़ 35 लाख 94 हजार से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित कर ली है।
बिहार के किशनगंज में प्रवर्तन सब इंस्पेक्टर (एमवीआई) के पद पर तैनात विकास कुमार के ठिकानों पर निगरानी ब्यूरो की विशेष टीम ने छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति के मामले में हुई छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। निगरानी टीम ने विकास के किशनगंज स्थित दफ्तर और आवास के साथ ही लखीसराय के बड़हिया में पैतृक घर और झारखंड के देवघर स्थित आवास पर एक साथ तलाशी ली। शुक्रवार देर शाम तक चली इस प्रक्रिया में उनके पास से 6.15 करोड़ से अधिक की जमीन के कागजात और स्वयं, मां एवं पत्नी के नाम पर मौजूद बैंक खातों और एफडी में 56 लाख 42 हजार रुपये के निवेश के प्रमाण मिले हैं। प्रवर्तन अवर निरीक्षक विकास कुमार ने करीब 10 साल सरकारी नौकरी में रहते हुए काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाई।
उनके पास से बरामद जमीन, मकान और फ्लैट के कागजात स्वयं के अलावा बड़ी संख्या में पत्नी नीतू देवी और मां नीलम देवी के नाम पर भी हैं। विकास कुमार सरकारी नौकरी में जनवरी 2014 को आए थे और करीब 10 वर्ष की नौकरी में अपनी काली कमाई की बदौलत 1 करोड़ 35 लाख 94 हजार से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित कर ली है। उनके पास से जब्त कागजात की जांच जारी है, इसके बाद अवैध कमाई के आंकड़े बढ़ सकते हैं।
देवघर में विकास कुमार के पास 3 बीएचके का आलीशान फ्लैट है। इसकी तलाशी के दौरान 550 ग्राम से अधिक सोने के आभूषण, करीब चार करोड़ मूल्य की संपत्ति के तीन कागजात, 6 बैंक खाते और 6 एटीएम कार्ड मिले हैं। किशनगंज स्थित आवास की तलाशी में 80 हजार कैश, 1 बैंक एकाउंट, 8 एटीएम कार्ड और एलआईसी पॉलिसी से जुड़े एक दस्तावेज के अलावा अन्य वित्तीय संस्थानों में निवेश से संबंधित कागजात मिले हैं। बड़हिया में उनका फॉर्म हाउस की तरह आवास है। इसकी तलाशी के दौरान दो ट्रैक्टर, दो जीप के अलावा कुछ महंगे कृषि यंत्र भी मिले हैं। लखीसराय और किशनगंज में तलाशी के दौरान जमीन एवं मकान से संबंधित 19 दस्तावेज मिले हैं, जिनका मूल्य 2.15 करोड़ रुपये से अधिक है।
स्वयं के नाम पर देवघर के आरती नमन अपार्टमेंट में फ्लैट संख्या- एफ2 है, जिसे इन्होंने 8 जुलाई 2016 को 41 लाख 77 हजार रुपये में खरीदा था। इसके अलावा इनके नाम पर बड़हिया के रामचरण मधुवन वार्ड नंबर-1 में 8.50 डिसमिल जमीन और इंगलिस बड़हिया में 26 डिसमिल जमीन के कागजात मिले हैं। पत्नी के नाम पर लखीसराय और मां के नाम पर बड़हिया में कई स्थानों पर जमीन के प्लॉट के दस्तावेज मिले हैं।