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भारत-नेपाल सीमा पर तैनात SSB जवान ने की आत्महत्या, ट्रांसफर के बाद इंसास राइफल से मार ली गोली

2005 में जगमोहन एसएसबी में बहाल हुआ था। 18 अक्टूबर 2023 से वह बैरगनिया कैम्प में पदस्थापित था। बीते कुछ दिनों पहले उसका तबादला बंगाल में हो गया था। उसकी विदाई भी हो गई थी। रविवार को उसने गोली मार ली।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, सीतामढ़ीMon, 1 July 2024 06:32 AM
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भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 20वीं वाहिनी के हवलदार ने बैरगनिया स्थित कैंप में रविवार की सुबह अपने ही इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद कैंप में हड़कंप मच गया। मृतक हवलदार की पहचान पंजाब के होशियारपुर जिला अंतर्गत मुकेरिया थाना क्षेत्र के ढाल गांव निवासी जगमोहन सिंह (45 वर्ष) के रूप में की गई। हवलदार की आत्महत्या के बाद कैंप इंचार्ज ने कमांडेंट और स्थानी पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद हजारी मिल की समीपवर्ती कैंप में एसएसबी 20वीं वाहिनी के कमांडेंट गिरीश चंद्र पांडेय और बैरगनिया थानाध्यक्ष कुंदन कुमार दलबल के साथ मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। हवलदार के आत्महत्या की सूचना पर सदर एसडीपीओ-1 रामकृष्णा भी दोपहर बाद बैरगनिया स्थित कैंप में पहुंचकर मामले की तहकीकात की। मिली जानकारी के अनुसार, एसएसबी हवलदार जगमोहन सिंह इंडो-नेपाल बॉर्डर के पिलर संख्या-343/2 से रात्रि ड्यूटी कर रविवार की सुबह कैम्प पहुंचा था। जहां लाइन में लगकर सभी जवान अपना-अपना हथियार जमा कर रहे थे। इसी बीच अलग हटकर जगमोहन ने अपने इंसास राइफल से गले में दो गोली मार ली। जबकि एक मिस फायर हो गया। गोली लगने के बाद हवलदार की मौके पर ही मौत हो गयी। 

बंगाल में हुआ  तबादला 

एसएसबी कैंप से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2005 में जगमोहन एसएसबी में बहाल हुआ था। 18 अक्टूबर 2023 से वह बैरगनिया कैम्प में पदस्थापित था। बीते कुछ दिनों पहले उसका तबादला बंगाल में हो गया था। इसके लिए 26 जून को उसकी विदाई समारोह का भी आयोजन कैम्प में किया गया था। दो जुलाई को यहां से विरमित होकर उसे बंगाल जाना था। 

22 जून को घर से लौटा था जगमोहन

घटना का दिलचस्प पहलू है कि 22 जून को जगमोहन अपने घर से छुट्टी से लौटा था। इससे कयास लग रहे है कि सम्भवः परिवारिक टेंशन को लेकर ही उसने मौत को गले लगा लिया है। मृतक हवलदार के कुशल व्यवहार का बैगनिया कैम्प के जवान सहित अधिकारी तारीफ की कर रहे थे। हवलदार का एक 09 वर्षीय पुत्र और पत्नी है। उसके पिता का पूर्व में ही निधन हो चुका है। 

क्या कहते हैं अधिकारी

हवालदार जगमोहन ने ड्यूटी से लौटने के बाद कैंप के अंदर ही सुबह छह बजे के करीब अपने ही इंसास राइफल से खुद को गोली मार ली। इससे उसकी मौत हो गई। सुसाईड का कारण घरेलू प्रतीत हो रहा है, ऑफिसियल कोई कारण नहीं दिख रहा है। मामले की जांच के लिए मुजफ्फरपुर से फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच करायी गई है।  - गिरीश चंद्र पांडेय, कमांडेंट

रात्रि ड्यूटी से लौटे सभी जवान कतार में लगकर अपना हथियार जमा कर रहे थे। इसी दौरान हवलदार जगमोहन ने अन्य जवानों से अगल हटकर को खुद के ही हथियार से गोली मारकर आत्महत्या कर लिया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पारिवारिक विवाद में आत्महत्या करने का प्रतीत हो रहा है। हाल ही में उसका बंगाल ट्रांसफर किया गया था। पुलिस सभी बिन्दुओं पर गहन जांच कर रही है। - रामकृष्णा, सदर एसडीपीओ-1
 

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