श्रावणी मेला 2022: अजगैवीनाथ धाम में उमड़ी कांवरियों की भारी भीड़, सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा बैजनाथ को चढ़ाएंगे गंगाजल
श्रावणी मेला 2022 के दौरान शुक्रवार को भागलपुर के सुल्तानगंज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सावन की तीसरी सोमवारी पर बाबा बैजनाथ को गंगाजल चढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में कांवरिये रवाना हुए।
श्रावणी मेला के दौरान बिहार में भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में स्थित अजगैवीनाथ धाम में शुक्रवार को कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। नमामि गंगे और सीढ़ी घाट से सुबह में हजारों कांवरिया जल भरकर झारखंड के देवघर स्थित बाजा बैजनाथ धाम के लिए रवाना हुए। ये कांवरिये सावन की तीसरी सोमवारी के मौके पर बाबा का जलाभिषेक करेंगे। सुल्तानगंज में अहले सुबह से ही गंगा स्नान और जल भरने के लिए कांवरियों के घाटों पर आने का सिलसिला शुरू हो गया। मेला परिसर और कांवरिया पथ बोल बम के नारों से गूंज रहा है।
श्रावणी मेला में कांवरियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो रही है। नमामि गंगे घाट पर गंगा का पानी पहुंचने से कांवरियों को परेशानी हो रही है। अन्य घाटों की स्थिति कटाव के चलते खराब हो गई है। जिला प्रशासन कांवरियों से सुरक्षित माने जाने वाले नमामि गंगे घाट पर ही स्नान करने की अपील कर रहा है। जलस्तर को देखते हुए एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोरों को अलर्ट कर दिया गया है। अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाई की गयी है।
शुक्रवार को भी विभिन्न राज्यों के कांवरिया सुल्तानगंज पहुंचे। कोलकाता से 20 कांवरियां एक कांवर को लेकर सुल्तानगंज से देवघर के लिए रवाना हुए। कोलकाता के रामू,विकास,प्रदीप,टारजन,राहुल, मनोज आदि ने बताया कि नमामि गंगे घाट पर व्यवस्था अच्छी है। मगर घाट किनारे शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके चलते कांवरियों को परेशानी हो रही है। सभी सोमवार को बाबा को जल चढ़ाएंगे।
मेला क्षेत्र के दुकानदारों ने बताया कि एक सप्ताह बाद कांवरियों की संख्या बढ़ी है। मगर कोरोना या सूखाड़ के चलते उम्मीद के मुताबिक कांवरिया नहीं आ रहे हैं। कोरोना के चलते दो साल बाद श्रावणी मेला शुरू हुआ है। दुकानदारों को उम्मीद है कि एक-दो दिन में कांवरियों की संख्या और बढ़ेगी। जिला प्रशासन ने अधिकारियों को कांवरिया पथ की नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया है।