Hindi Newsबिहार न्यूज़Section 144 imposed in these areas of Patna administration alert after uproar by unemployed people over railway vacancies

पटना के इन इलाकों में धारा 144 लागू, रेलवे की वैकेंसी पर बेरोजगारों के बवाल के बाद प्रशासन अलर्ट

दरअसल छात्रों का कहना है रेलवे में कम वैकेंसी निकलने से तैयारी कर रहे बड़ी संख्या में छात्रों को नौकरी का अवसर नहीं मिलता। पटना के कई इलाकों में दो दिनों तक हंगामा हुआ। इसे लेकर एक्शन लिया गया है।

Sudhir Kumar लाइव हिंदुस्तान, पटनाWed, 31 Jan 2024 04:12 PM
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रेलवे में नौकरी के अवसर यानी वैकेंसी बढ़ाने को लेकर पटना में जारी हंगामा के बीच जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण फैसला लिया। अंदर ही अंदर प्रदर्शन की आग सुलग रही है। इसे देखते हुए पटना सिटी और पटना सदर अनुमंडल  में धारा 144 लागू कर दिया है। प्रशासन के आदेश पर इन इलाकों में धरना प्रदर्शन ,रोड जाम, भड़काउ भाषण जैसे कार्यों पर रोक लगा दी गई है। एसडीओ ने धारा 144 के तहत एक जगह पर पांच से अधिक की संख्या में इकट्ठा नहीं होने, किसी तरह का कोई हथियार लेकर नहीं चलने का आदेश दिया है। यह आदेश आगामी 5 फरवरी तक लागू रहेगा।

दरअसल छात्रों का कहना है रेलवे में कम वैकेंसी निकलने से तैयारी कर रहे बड़ी संख्या में छात्रों को नौकरी का अवसर नहीं मिलता है। इसे लेकर पटना के कई इलाकों में  पिछले दो दिनों से हंगामा चल रहा था। मंगलवार को पटना में तब स्थिति ज्यादा खराब हो गई जब अभ्यर्थियों ने घंटों प्रदर्शन किया। रेलवे के अभ्यर्थी एएलपी और तकनीशियन की सीट बढ़ाने की मांग को लेकर सड़क पर उतरे थे।  मंगलवार को  पटना के भिखना पहाड़ी से लेकर करगिल चौक तक छात्रों ने रैली निकाली और रेलवे के निर्णय का जोरदार विरोध जताया। छात्रों का आरोप है कि इतने सालों बाद रेलवे में वैकेंसी निकाली गई है और उनकी संख्या बहुत कम है। आक्रोशित छात्रों ने वैकेंसी बढ़ाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। हालात को संभालने के लिए पुलिस ने छात्रों पर लाठियां भी चलाईं।  करगिल चौक पर प्रदर्शन कर रहे रेलवे अभ्यर्थियों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. इस दौरान कई छात्र घायल हुए ।

प्रदर्शनकारी रेवले अभ्यर्थियों का कहना है कि रेलवे ने लोको पायलट के लिए सिर्फ 5697 सीटों की बहाली निकाली है। प्रदर्शनकारी छात्रों के अनुसार खुद रेलवे बोर्ड ने बताया था कि उनके पास 20 हजार से ज्यादा पद रिक्त हैं। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि रेलवे का निजीकरण किया जा रहा है, इसलिए इतनी कम संख्या में वैकेंसी निकाली गई है।  70 हजार पदों पर बहाली निकालनी चाहिए थी। 


इधर पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने कहा है कि इस बार जनवरी में वैकेंसी निकाली गई है। अब 2025 से हर रेलवे में वैकेंसी निकाली जाएंगी।  कोरोनाकाल के कारण 2018 के बाद से वैकेंसी नहीं निकल रही थी तो उसको देखते हुए तीन वर्ष की छूट भी दी गई है। जिनकी उम्र बढ़ चुकी है उनके लिए यह फायदा होगा।  इससे पहले 2018 में सहायक लोको पायल और टेक्निकल पोस्ट के लिए  64371 पदों पर भर्ती निकली थी। यह भर्ती आईटीआई ट्रेंड्स के लिए थी। महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने बताया कि जरूरत के हिसाब से लोको पायलट की भर्ती निकाली गई है आगे भी रेलवे रिक्तियों के अनुसार बहाली करेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों को समझना चाहिए कि कुछ पद प्रमोशन से भी भरे जाते हैं।

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