Hindi Newsबिहार न्यूज़Second phase of caste census begins in Bihar CM Nitish will register data as a citizen in Bakhtiyarpur

बिहार में जातीय गणना के दूसरे चरण का आगाज, सीएम नीतीश बताएंगे अपनी जाति

बिहार में जाति आधारित गणना का दूसरा चरण आज से शुरू हो रहा है। बख्तियारपुर में सीएम नीतीश कुमार भी घर पर बतौर नागरिक जातीय गणना के संबंधित आंकड़े दर्ज कराएंगे। और लोगों से हिस्सा लेने की अपील करेंगे

Sandeep हिंदुस्तान ब्यूरो, पटनाSat, 15 April 2023 09:08 AM
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बिहार में जाति आधारित गणना के दूसरे चरण की शुरुआत शनिवार यानी 15 अप्रैल हो गई है। जिसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी गणना अपने घर पर करायेंगे। साथ ही लोगों के बीच यह संदेश भी प्रचारित करेंगे कि इसमें सभी को बढ़-चढ़ कर शामिल होने की आवश्यकता है और प्रगणक को इससे संबंधित सटीक जानकारी मुहैया कराएं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को बख्तियारपुर स्थित अपने घर पर बतौर नागरिक जातीय गणना से संबंधित सभी आंकड़े दर्ज कराएंगे। प्रगणक को वे अपनी निजी, पारिवारिक समेत अन्य सभी जानकारी देंगे। 

15 मई तक पूरी होनी है जाति आधारित गणना
बख्तियारपुर में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखा। डीडीसी ने बताया कि 15 अप्रैल से शुरू होने वाली जातीय जनगणना के द्वितीय चरण में शामिल होने के लिए सीएम शनिवार को बख्तियारपुर आएंगे। 15 मई तक इसे पूरा करना है। राज्य में 2 करोड़ 88 लाख परिवारों की पहचान की गई है। लगभग साढ़े तीन लाख प्रगणक तथा अन्य अधिकारी इसमें लगाए गए हैं। अनुमंडल स्तर पर एसडीओ और जिला स्तर पर डीएम पूरे गणना कार्य की सघन निगरानी करेंगे। राज्य के सभी 261 नगर निकाय और 534 प्रखंड यानी कुल 795 क्षेत्रों को एक स्वतंत्र चार्ज क्षेत्र के तौर पर परिभाषित करते हुए इनमें गणना होगी।

राज्य स्तर पर बनेगी रिपोर्ट
राज्य स्तर पर बनेगी रिपोर्ट सभी जिलों से डाटा संग्रह कर राज्य स्तर पर इसकी समीक्षा करके समेकित रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सामान्य प्रशासन विभाग को इस कार्य के लिए नोडल विभाग बनाया गया है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए एक विशेष सेक्शन संख्या 28 बनाया गया है। यहां राज्यभर से आए तमाम डाटा का विश्लेषण करके अंतिम रूप से जाति गणना की रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इस गणना की रिपोर्ट ऑनलाइन भी जारी की जाएगी, जिसके लिए विशेष वेबसाइट तैयार की गई है।

जातीय जनगणना में इस बात की जानकारी ली जाएगी

राज्य में किस जाति की कितनी आबादी है

किस जाति में अमीर और गरीब की संख्या कितनी है

किसके पास जमीन-जायदाद की हिस्सेदारी कितनी है

सरकारी नौकरी, निजी व्यवसाय या रोजगार में किनकी हिस्सेदारी कितनी है

किस वर्ग में शिक्षा का स्तर क्या है

किस समाज के कितने लोग दूसरे राज्य या दूसरे देशों में रह रहे हैं

उच्च शिक्षा की दर किनकी सर्वाधिक है, तो साक्षरता दर में कौन समूह पीछे

समृद्धि या सामाजिक-आर्थिक स्थिति का दायरा किस वर्ग में कैसा

पूछे जाएंगे ये 18 सवाल?
1. सदस्य का पूरा नाम 2. पिता या पति का नाम 3. परिवार के प्रधान से संबंध 4. आयु 5. लिंग 6. वैवाहिक स्थिति 7. धर्म 8. जाति का नाम क्रमांक के साथ 9. शैक्षणिक योग्यता 10. कार्यकलाप 11. आवासीय स्थिति 12. अस्थायी प्रवासीय स्थिति 13.कंप्यूटर या लैपटॉप 14. मोटर वाहन 15. कृषि भूमि 16. आवासीय भूमि 17. सभी श्रोतों से मासिक आय 18. आधार संख्या (स्वेच्छा से) के आंकड़े शामिल हैं।

ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से दर्ज होंगे आंकड़े
प्रगणक लोगों से ये आंकड़े ऑफलाइन यानी फॉर्म पर भरने के साथ ही अपने मोबाइल पर मौजूद विशेष सॉफ्टवेयर पर भी अपलोड करते जाएंगे। इस तरह डाटा का संग्रह दोनों माध्यमों से होगा। ऑनलाइन जमा डाटा की समीक्षा करके इसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा। इससे गणना कार्य पूरा होने के बाद ऑनलाइन रिपोर्ट जारी हो सकेगी और कोई भी व्यक्ति इसे संबंधित वेबसाइट पर कभी भी देख सकेंगे।
 

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