पूर्णिया: नाजिर को निगरानी की टीम ने दबोचा, 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
निगरानी विभाग की टीम ने बुधवार को श्रीनगर के अंचल कार्यालय में पदस्थापित नाजिर विकास रंजन को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। झुन्नी कला गांव के रहने वाले उमेश कुमार दास नामक...
निगरानी विभाग की टीम ने बुधवार को श्रीनगर के अंचल कार्यालय में पदस्थापित नाजिर विकास रंजन को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। झुन्नी कला गांव के रहने वाले उमेश कुमार दास नामक व्यक्ति के लिखित आवेदन पर निगरानी विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की है।
आरोप है कि नाजिर महज कुछ कट्ठा जमीन के म्यूटेशन करने को लेकर दस हजार रुपये रिश्वत की मांग पिछले कई दिनों से कर रहा था। उमेश ने इसकी शिकायत निगरानी विभाग को की थी। उमेश की शिकायत पर बुधवार को निगरानी की टीम ने विकास रंजन को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल पूर्णिया सर्किट हाउस में निगरानी विभाग की टीम विकास रंजन से पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद श्रीनगर अंचल कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। जब तक लोग कुछ समझ पाते निगरानी विभाग की टीम ने किरानी को लेकर पूर्णिया के लिए रवाना हो गई।
इस संदर्भ में निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक अरुण पासवान ने बताया कि गिरफ्तार नाजिर विकास रंजन से पूछताछ की जा रही है। उन्हें फिलहाल पटना ले जाया जा रहा है । फिर वहां से पेशी के बाद भागलपुर जेल भेज दिया जाएगा ।
नजराना दिए बिना नहीं सुनता था नाजिर
क्षेत्र की जनता अंचल नाजिर से काफी परेशान थी। अंचल कार्यालय में नाजिर की तूती बोलती थी। बिचौलिया के माध्यम से अंचल कार्यालय का सारा काम होता था। क्षेत्र में सबको पता था कि बिना नाजिर की सहमति से कुछ नहीं होगा।
इस कारण काम कराने की फिराक में नाजिर को नजराना देना लोगों की मजबूरी हो गई थी। इस संबंध में विधायक अफ्फाक आलम ने भी कई बार अंचल कार्यालय में बिचौलियों के हावी होने को लेकर फटकार लगाई थी।