प्री मानसून बारिश में ही खुल गई पोल, पटना के कई इलाकों में जलजमाव, कोरोना नोडल सेंटर में घुसा पानी
शुरुआती बारिश ने पटना नगर निगम व बुडको की नाला उड़ाही की पोल खोल दी है। गुरुवार रात व शुक्रवार को हुई बारिश से कंकड़बाग और राजेंद्र नगर इलाके के निचले इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया है। रामलखन पथ और...
शुरुआती बारिश ने पटना नगर निगम व बुडको की नाला उड़ाही की पोल खोल दी है। गुरुवार रात व शुक्रवार को हुई बारिश से कंकड़बाग और राजेंद्र नगर इलाके के निचले इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया है। रामलखन पथ और उसे जुड़े कई लिंक रोड में बारिश का पानी दिनभर जमा रहा। जिससे आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई। झमाझम बारिश से एनएमसीएच कोरोना नोडल सेंटर के मेडिसिन वार्ड व आईसीयू में पानी घुस गया।
जीरो प्वाइंट से जुड़ने वाले निर्माणाधीन बॉक्स नाले की दोनों दीवार गिर गयी। इतना ही नहीं निर्माण के दौरान सड़क पर पड़ा मलबा भी नाला में समा चुका है। हालात यह है कि अशोक नगर से रामलखनपथ तक लोगों को फिलहाल बारिश के पानी से काफी परेशानी हो रही है। वहीं, राजेन्द्र नगर में निर्माणाधीन नाले में बारिश का पानी भर जाने से लोगों को पैदल घर से निकलना पड़ रहा है। बाइपास नाले की उड़ाही का मलबा भी सड़क पर रहने से बारिश के पानी से नाले में जाने लगा व सड़क पर कीचड़ पसर गया है।
दूसरे इलाकों में भी जलजमाव
बारिश के कारण शहर के अन्य इलाकों में भी पानी भर गया। करबिगहिया, बर्फ फैक्ट्री रोड, राजेंद्र नगर स्टेशन के पास ओवरब्रिज के नीचे, डीएम आवास के सामने जलजमाव से लोगों को परेशानी हुई।
कोरोना नोडल सेंटर में घुसा पानी
झमाझम बारिश से एनएमसीएच कोरोना नोडल सेंटर के मेडिसिन वार्ड व आईसीयू में पानी घुस गया। वार्डों में पानी घुसने से कोरोना संदिग्धों व संक्रमित को काफी परेशानी। वहीं मेडिसीन आईसीयू में शॉर्ट सर्किट से बिजली के तारों में आग लग गई। हालांकि कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया गया था। कर्मियों ने बताया कि दीवार से बरसात का पानी रिसने के कारण शॉट सर्किट हुआ था। आग के वार्ड में भर्ती मरीज बाहर निकल आए। इधर मेडिसीन आईसीयू में भर्ती गंभीर मरीजों को भी परेशानी हुई, क्योंकि सभी लाइफ सपोर्ट पर हैंो। शुक्रवार की सुबह डॉक्टर इस बात का पता लगाने की कोशिश में हैं कि शॉर्ट सर्किट से कौन-कौन सी मशीन खराब हुई है। इसकी जांच की जा रही है।
संपहाउस था बंद
बारिश के दौरान एनएमसीएच परिसर स्थित संप हाउस भी बंद था। इस कारण मेडिसीन विभाग के वार्ड व आईसीयू में एक घंटे पानी भरा रहा। हालांकि संपहाउस चलने पर पानी निकल गया। यूनिट इंचार्ज डॉ. उमाशंकर प्रसाद की अपील पर मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया।