पटना: छठ के लिए 107 घाट हुए तैयार, लोगों को जाना होगा पैदल
पटना में छठ के लिए इस बार कुल 107 घाट बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रशासन ने पहले 90 घाटों पर ही छठ कराने की तैयारी की थी लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 107 हो गई है। इन घाटों पर छठ करने के लिए लोगों...
पटना में छठ के लिए इस बार कुल 107 घाट बनकर तैयार हो चुके हैं। प्रशासन ने पहले 90 घाटों पर ही छठ कराने की तैयारी की थी लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 107 हो गई है। इन घाटों पर छठ करने के लिए लोगों को पैदल ही जाना होगा। साइकिल से लेकर तीन पहिया और चार पहिया वाहन पर जाने पर रोक होगी। घाटों पर शौचालय, चेंजिंग रूम आदि बनकर तैयार हो गए हैं। ऐसे घाट जहां कम भीड़ होने की उम्मीद है, उनमें दीघा, एलसीटी, कलेक्ट्रेट, कालीघाट और एनआईटी आदि प्रमुख है।
कालीघाट से दीदारगंज तक लोगों को कम पैदल चलना होगा, लेकिन दीघा से कलेक्ट्रेट घाट तक जो भी छठ करने जाएंगे, उन्हें काफी दूर तक पैदल जाना होगा। पहले 22 घाटों को खतरनाक घोषित किया गया था लेकिन अब इसकी संख्या बढ़कर 24 हो गई है। बंसी घाट और अंटा घाट को भी खतरनाक घाट की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है।
घाट पर क्या है सुविधा : पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय, चेंजिंग रूम, वाच टावर, कंट्रोल रूम, चिकित्सा शिविर, एंबुलेंस आदि।
सभी संसाधन उपलब्ध : डीएम कुमार रवि की ओर से पटना के सिविल सर्जन को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए छठ घाटों पर थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटाइजर, मास्क और पीपीई किट उपलब्ध रखें, ताकि जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके।
ये हैं खतरनाक घाट : बुद्ध घाट, अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, वंशी घाट, जहाज घाट, अंटा घाट, सिपाही घाट, बीएन कॉलेज घाट, बालू घाट, खाजेकलां घाट, पत्थर घाट, अदरक घाट, रिकाबगंज घाट, पीर मदड़िया घाट, नंदगोला घाट, नूरुउद्दीन घाट, बुंदेल टोली घाट, दमराही घाट, केशवराय घाट, बांस घाट, बंसी घाट आदि।
दीघा व कलेक्ट्रेट घाट जाने के लिए दो से तीन किमी तक पैदल चलना होगा
कोरोना को देखते हुए इस बार प्रशासन ने सीमित घाटों पर ही छठ की व्यवस्था की है। घाटों तक वाहन नहीं जाने और पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण लोगों को इस बार गंगाजल लाने के लिए पैदल चलना पड़ेगा। जो गंगा घाट से दूर रहने वाले लोग हैं, उन्हें इस बार घाट तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी होगी, क्योंकि छठ पर जिला प्रशासन ने दानापुर से दीदारगंज तक वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी है।
डीएम कुमार रवि ने बताया कि दीघा और कलेक्ट्रेट घाट पर अधिक भीड़ होती है। इसलिए इस बार इन दोनों घाटों पर वाहन नहीं जाएंगे। ऐसे में लोगों को राजापुर दीघा रोड के पहले ही वाहन खड़ा करना होगा। वहां से तीन किलोमीटर पैदल चलकर घाट पर पहुंचना होगा। डीएम ने लोगों से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए गंगा के घाटों पर छठ नहीं करें। बेहतर होगा कि वे घर पर ही पूजा करें।
गांधी मैदान में नहीं खड़े होंगे वाहन
जिला प्रशासन ने इस बार गांधी मैदान में वाहन नहीं खड़ा कराने का निर्णय लिया है। छठ पूजा में लगे पदाधिकारी, कर्मचारी और मीडिया कर्मियों को छोड़कर किसी के वाहन नहीं जाएंगे। डीएम ने बताया कि दूरदराज से आने वाले वाहनों को पहले ही रोक दिया जाएगा।
चालू रहेंगे गांधी सेतु और जेपी सेतु
डीएम ने बताया कि छठ पूजा के दौरान गांधी सेतु और जेपी सेतु को परिचालन के लिए चालू रखने का निर्णय लिया गया है ताकि वाहन पटना से बाहर जा सकें। उन्होंने बताया कि शहर के अन्य हिस्सों में वाहनों का परिचालन जारी रहेगा। लेकिन दानापुर से दीदारगंज तक और उससे जुड़े रोड पर वाहन नहीं चलेंगे।
चिह्नित घाटों पर सभी तैयारियां पूरी
डीएम कुमार रवि ने कहा कि छठ के लिए जिन घाटों को चिह्नित किया गया है, वहां पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिन घाटों पर थोड़ी बहुत कमी है, उसे बुधवार की दोपहर 12 बजे तक पूरा कर लिया जाएगा, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।