ओवैसी ने उठाया मुस्लिम महिलाओं के आरक्षण का मुद्दा; BJP-RSS को घेरा, सामने रखे ये आंकड़े
AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज सीट से पार्टी के प्रत्याशी अख्तरुल ईमान के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होने मुस्लिम महिलाओं के आरक्षण की मांग की। और BJP-RSS पर निशाना साधा
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बिहार की 5 सीटों किशनगंज, कटिहार, बांका, पूर्णिया और भागलपुर में चुनाव हैं। 26 अप्रैल को वोटिंग हैं। सियासी दलों के चुनाव प्रचार ने बिहार में रफ्तार पकड़ ली है। इसी कड़ी में AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज में चुनावी सभा को संबोधित किया। और किशनगंज से पार्टी के उम्मीदवार और बिहार AIMIM के प्रमुख सह विधायक अख्तरुल ईमान के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। ओवैसी ने संसद में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व को बताते हुए मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण देने की वकालत की।
ओवैसी ने इस दौरान बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग AIMIM पर राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के खिलाफ होने का झूठा आरोप लगाते हैं। दिवंगत दिवंगत नेता हुमेरा अजीज का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि हमने 2004 के लोकसभा चुनाव में सिकंदराबाद से एक महिला उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा था। उन्होने कहा आजादी के बाद से देश में 17 लोकसभा चुनाव हुए हैं लेकिन सांसद बनने वाली मुस्लिम महिलाओं की संख्या सिर्फ 20 रही है, तो फिर मुस्लिम महिलाओं के लिए आरक्षण क्यों नहीं मिलना चाहिए।
ओवैसी ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लेकर लोकसभा में एक संशोधन पेश किए जाने को याद करते हुए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुझसे कहा कि आप एक संशोधन लाना चाहते हैं, लेकिन आपका समर्थन करने वाला शायद ही कोई हो। तब जवाब में मैंने कहा था कि अल्लाह मेरे साथ है। इस मामले पर ओवैसी का तर्क है कि मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग मिलकर कुल आबादी का लगभग 65 प्रतिशत हिस्सा हैं। हम इस विशाल सामाजिक वर्ग की महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित नहीं कर सकते। उन्होंने दावा किया कि उनकी बातें जब कई ओबीसी संगठनों तक पहुंचीं तो उनके नेता उन्हें धन्यवाद देने आए और कहा कि ओवैसी साहब, केवल आपने और आपकी पार्टी के सांसद इम्तियाज जलील ने पिछड़े वर्गों की महिलाओं के लिए आरक्षण का मुद्दा उठाया।
आपको बता दे बिहार की 40 सीटों में ओवैसी की AIMIM ने एक दर्जन से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। जिसमें किशनगंज, अररिया, दरभंगा, बक्सर, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, काराकाट, भागलपुर, गोपालगंज, शिवहर, पाटलिपुत्र सीट शामिल है। एआईएमआईएम का सीमांचल खासकर किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में अच्छा-खासा जनाधार बनाया है। 2020 के पिछले विधानसभा चुनाव में उसने तीनों जिलों में जीत का स्वाद भी चखा। उसके पांच विधायक जीते। इनमें किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में बहादुरगंज, कोचाधामन, अमौर और बायसी जबकि अररिया लोकसभा क्षेत्र में जोकीहाट में उनका विधायक जीता था।