नीतीश कुमार ने बीजेपी के इन दो नेताओं की वजह से छोड़ा था एनडीए, मंत्री बिजेंद्र यादव का खुलासा
मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी ने लोजपा को पैसे देकर जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करवाए। जेडीयू उम्मीदवारों को हरवाकर खुद की सीटें बढ़वाई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ने की वजह के बारे में मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश ने दो बीजेपी नेताओं की वजह से गठबंधन तोड़ा था। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के चलते जेडीयू को एनडीए से नाता तोड़ना पड़ा। इससे पहले सीएम नीतीश ने कहा था कि बिजेंद्र प्रसाद यादव और ललन सिंह की सलाह पर ही उन्होंने बीजेपी से 'ब्रेकअप' किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने गुरुवार को जेडीयू कार्यालय में कार्यक्रम के बाद यह खुलासा किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी ने लोजपा को पैसे देकर जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करवाए। जेडीयू उम्मीदवारों को हरवाकर खुद की सीटें बढ़वाई। गठबंधन कोई गुलामी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि संजय जायसवाल और विजय सिन्हा के चलते सीएम नीतीश को एनडीए छोड़ना पड़ा।
नीतीश और विजय सिन्हा में हुई थी तकरार
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के वक्त विजय सिन्हा विधानसभा स्पीकर थे। मार्च 2022 में विधानसभा सत्र के दौरान शराबबंदी से जुड़े एक मामले को लेकर स्पीकर सिन्हा, सीएम नीतीश कुमार से भिड़ गए थे। दोनों के बीच तीखी बहस हुई। नीतीश ने यह तक कह दिया था कि स्पीकर संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं और इस तरह सदन की कार्यवाही नहीं चलती।
अगस्त 2022 में जब नीतीश ने बीजेपी का साथ छोड़कर महागठबंधन के साथ सरकार गठन किया तो स्पीकर विजय सिन्हा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। सिन्हा ने आखिर तक इस्तीफा नहीं दिया और वोटिंग से ठीक पहले भाषण देकर अपना पद छोड़ा। इस दौरान भी विजय सिन्हा ने इशारों-इशारों में नीतीश पर कई प्रहार किए।