बिहार के इन 28 जिलों में खुलेंगे नए ट्रैफिक पुलिस स्टेशन, नीतीश कैबिनेट की मंजूरी
राज्य में यातायात नियंत्रण और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। 12 जिलों में पूर्व से सृजित यातायात थानों के अतिरिक्त 28 थानों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।
बिहार के 28 जिलों में नए यातायात थाने खुलेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसकी मंजूदी दे दी गई। राज्य में यातायात नियंत्रण और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। 12 जिलों में पूर्व से सृजित यातायात थानों के अतिरिक्त 28 थानों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। साथ ही इन नए यातायात थानों के संचालन के लिए आवश्यक 4215 पदों में से पूर्व से सृजित 3366 पदों के अलावा 849 नए पदों का सृजन भी किया गया है।
पटना के तीन गांधी मैदान, बाईपास और सगुना मोड़ यातायात थाने तथा गया और बोधगया यातायात थाने का क्षेत्र नए सिरे से तय किया गया है। वहीं, पूर्व से सृजित भागलपुर, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ, दरभंगा, पूर्णियां, आरा, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और छपरा यातायाथ थानों के साथ सभी नए 28 जिलों का कार्यक्षेत्र पूरा जिला होगा। 28 जिलों (पुलिस जिला समेत) में किशनगंज, नवादा, सीवान, बक्सर, मधुबनी, जहानाबाद, भभुआ, सुपौल, सहरसा, जमुई, रोहतास, बेतिया, वैशाली, औरंगाबाद, अररिया, गोपालगंज, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, लखीसराय, बांका, खगड़िया, मोतिहारी, मधेपुरा, अरवल, शिवहर, बगहा, शेखपुरा और नवछिया शामिल है।
आईजीआईएमएस में अब मुफ्त जांच-इलाज
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पटना में अब मरीजों को दवा, जांच और इलाज की सुविधाएं नि:शुल्क मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में इसका निर्णय हुआ। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस निर्णय की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आईजीआईएमएस में नि:शुल्क चिकित्सकीय सुविधाएं मिलने लगेंगी। इस निर्णय के आलोक में सभी प्रकार की दवाइयां, जांच और ऑपरेशन भी नि:शुल्क होंगे। केवल पंजीयन शुल्क लगेगा, जो 60 रुपये निर्धारित है। साथ-ही-साथ प्राइवेट वार्ड और डिलक्स वार्ड में बेड के जो शुल्क हैं, वही लगेंगे।