झारखंड के हजारीबाग से लीक हुए नीट के पेपर, EOU की जांच में खुलासा, पटना पहुंची CBI की टीम
प्रश्नपत्र की सत्यता परखने के लिए इसे फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। जांच में यह पता चला है कि प्रश्न पत्र की पैकिंग लिफाफा एवं संबंधित पैकिंग में प्रयुक्त स्टील के ट्रंक में छेड़छाड़ की गयी थी।
NEET पेपर लीक कांड में ईओयू ने बड़ा खुलासा किया है। बताया गया है कि पटना के खेमनीचक स्कूल से बरामद अधजले प्रश्नपत्र हजारीबाग के कल्लु चौक के पास मंडई रोड पर स्थित ओएसिस स्कूल से लीक हुआ था। प्रश्नपत्र पर दर्ज कोड के मिलान से यह स्पष्ट हुआ है। ओएसिस स्कूल में नीट का सेंटर था। यह पहला मौका है, जब ईओयू ने जांच को लेकर विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। इस बीच मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम पटना पहुंच चुकी है। मामले की प्राथमिकी सीबीआई ने दर्ज कर लिया है। ईओयू और पटना पुलिस यह केंद्रीय जांच एजेंसी को हैंडओवर कर देगी।
अधजले प्रश्न-पत्र पर दर्ज कोड नंबर का मिलान कराने के लिए जांच एजेंसी लगातार एनटीए से संदर्भ प्रश्नपत्र मांग रही थी। एनटीए ने कोड की जानकारी साझा की है। एनटीए के मुताबिक, इस कोड नंबर के प्रश्न-पत्र को इसी सेंटर पर भेजा गया था। यहीं से पांच मई की सुबह को ही निकाल लिया गया था। हालांकि, अब रॉकी की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह प्रश्न-पत्र इस सेंटर से कैसे, कब और किसकी मदद से निकाला गया था। यह भी जानकारी मिल रही है कि प्रश्न-पत्र हजारीबाग के इस सेंटर के अलावा अन्य शहरों से भी आउट किए गए थे।
फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा
ईओयू के मुताबिक प्रश्नपत्र की सत्यता परखने के लिए इसे फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि प्रश्न पत्र की पैकिंग लिफाफा एवं संबंधित पैकिंग में प्रयुक्त स्टील के ट्रंक में छेड़छाड़ करने के प्रमाण मिले हैं। इन सभी सामानों को भी जब्त कर इनकी पड़ताल चल रही है। इस स्कूल के प्राचार्य समेत अन्य कर्मियों से ईओयू की टीम पूछताछ कर चुकी है। अब सभी पूछताछ की जानकारी समेत अन्य दस्तावेज सीबीआई को सुपुर्द कर दिए जाएंगे।
एनटीए ने भेजी 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों के रोल कोड
इस मामले में ईओयू को एनटीए की तरफ से 15 संदिग्ध अभ्यर्थियों के रोल कोड का विवरण प्राप्त हुआ था। इसमें अब तक 4 अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा चुकी है। शेष अभ्यर्थी अब तक पूछताछ के लिए ईओयू के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं। इन अभ्यर्थियों को दोबारा नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी ईओयू कर रहा था।