NEET पेपर लीक का मुजफ्फरपुर से भी कनेक्शन, अब राजस्थान के सॉल्वर हुकमा राम की एंट्री
मालीघाट डीएवी सेंटर से धराने के बाद जोधपुर एम्स का छात्र कैसे छूटा, सिटी एसपी इसकी जांच कर रहे हैं। सेंटर के सीसीटीवी फुटेज को पेन ड्राइव में सेव किया गया है। इसे बारीकि से खंगाला जा रहा है।
NEET UG परीक्षा के लिए सॉल्वर गैंग ने जोधपुर एम्स के कई छात्रों से संपर्क किया था। गैंग के शातिरों ने एम्स के छात्रों के साथ गोपनीय मीटिंग कर पकड़े जाने पर सेंटर से ही मुक्त करा लेने की गारंटी भी दी थी। जोधपुर एम्स पहुंची मुजफ्फपुर की मिठनपुरा थाना पुलिस को वहां छानबीन में यह जानकारी मिली है। हालांकि, इस संबंध में पुलिस को जानकारी देने वाले छात्रों ने बयान देने से इंकार कर दिया है। पांच मई को मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा मालीघाट स्थित डीएवी स्कूल सेंटर पर राजस्थान के एक सॉल्वर को पकड़ा गया था। लेकिन परीक्षा केंद्र के अधिकारी और पुलिस की गलतफहमी में वह छूट गया। अब मुजफ्फरपुर पुलिस उसकी तलाश में राजस्थान में पसीना बहा रही है।
नीट पेपर लीक कांड में संजीव मुखिया, सिकंदर यादवेंदु, अमित, नीतीश, अतुल, अंशुल चिंटू जैसे किरदारों के बाद एक और नाम सामने आया है। यह चेहरा है राजस्थान का हुकमा राम। जोधपुर में एमबीबीएस थर्ड ईयर के छात्र हुकमा राम को पकड़ने राजस्थान के बाड़मेर पहुंची मुजफ्फरपुर पुलिस उसे नहीं पकड़ सकी। पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क साधा गया। परिजन को नहीं मालूम है कि उसका बेटा सॉल्वर गैंग से जुड़ा था। हुकमा राम ने परिजनों से भी बीते तीन मई के बाद संपर्क नहीं किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मिठनपुरा में मालीघाट डीएवी सेंटर पर जोधपुर एम्स के छात्र के पकड़े जाने के बाद वहां सॉल्वर गैंग के लोग सक्रिय हो गए थे। यही वजह है कि इलाहाबाद के राज पांडेय की जगह परीक्षा देते धराए हुकमा राम को सेंटर से ही मुक्त करा लिया गया। इस संबंध में पुलिस के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई, तब तक हुकमा राम बिहार से निकल चुका था।
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हुक्मा राम के धराते ही पहुंच गए थे गैंग के लोग
मालीघाट में जोधपुर एम्स के छात्र हुकमा राम के धराने के बाद कई लोग सेंटर पर पहुंचे थे। पुलिस और सेंटर के अधिकारी में खींचतान के बाद हुकमा राम को आसानी से मुक्त कराकर सॉल्वर गैंग ले गया था। अब उसी छात्र को पकड़ने के लिए पुलिस टीम खाक छान रही है।
कैसे छूटा फर्जी परीक्षार्थी सिटी एसपी कर रहे जांच
मालीघाट डीएवी सेंटर से धराने के बाद जोधपुर एम्स का छात्र कैसे छूटा, सिटी एसपी इसकी जांच कर रहे हैं। सेंटर के सीसीटीवी फुटेज को पेन ड्राइव में सेव किया गया है। इस फुटेज में देखा जा रहा है कि केंद्राधीक्षक ने आरोपित छात्र को पुलिस के समक्ष लाया था या नहीं। मिठनपुरा थाना से सेंटर पर भेजे गए पुलिस अधिकारी ने क्या कार्रवाई की, इसका साक्ष्य सीसीटीवी में देखने के बाद सिटी एसपी मामले में कार्रवाई करेंगे। उन्होंने बताया कि जिसने छात्र को छोड़ा होगा, वह इस केस में भी आरोपित बनाया जाएगा। देशस्तर पर हुए इस फर्जीवाड़े में किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।