पेपर लीक से नालंदा और हजारीबाग का पुराना है कनेक्शन, 24 साल पहले बड़े सेटर रंजीत डॉन का आया था नाम
देवघर से गिरफ्तार सभी आरोपित नालंदा के नीट मामले में ही ईओयू ने देवघर के एक फॉर्म हॉउस से 22 जून को मुख्य सेटरों में एक सिंटू समेत 5 को गिरफ्तार किया गया था। सभी नालंदा जिले के अलग-अलग स्थानों के हैं।
NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक में नालंदा और हजारीबाग चर्चा में है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब इन दोनों जगहों का नाम परीक्षा की सेटिंग या पेपर लीक में सामने आया है। मार्च में बीपीएससी टियर-3 की परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हुआ था। तब हजारीबाग स्थित होटल कोहिनूर एंड बैंक्वेट हॉल में अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाया गया था। इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड नालंदा के नगरनौसा का निवासी संजीव मुखिया उर्फ संजीव कुमार और उसका बेटा डॉ. शिव था। अब नीट पेपर लीक में भी संजीव मुखिया का नाम मुख्य लाइनर के तौर पर सामने आ रहा है। 24 साल पहले मेडिकल, इंजीनियरिंग पेपर लीक में नालंदा के डॉ रंजीत डॉन का ना सामने आया था।
देवघर से गिरफ्तार सभी आरोपित नालंदा के नीट मामले में ही ईओयू ने देवघर के एक फॉर्म हॉउस से 22 जून को मुख्य सेटरों में एक सिंटू कुमार समेत 5 को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी नालंदा जिले के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। इससे पहले भी सिपाही भर्ती बहाली, अग्निशमन महकमा एवं उत्पाद दारोगा समेत अन्य के पदों पर बहाली के लिए हुई परीक्षा यूजीसी-नेट समेत अन्य कई परीक्षाओं में प्रश्न-पत्र लीक की बात सामने आई थी। इसमें कहीं न कहीं नालंदा के सेटरों के तार जुड़े मिले हैं। यहां के सेटरों के तार अब प्रश्न-पत्र लीक के साथ साइबर अपराध से भी जुड़े हुए हैं।
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साइबर अपराध
नालंदा साइबर अपराध का हॉट-स्पॉट जिला है। इनके तार सीधे जामताड़ा से जुड़ते हैं। हाल में ईओयू के स्तर से चलाए गए विशेष अभियान में सबसे ज्यादा साइबर अपराधी गोपालगंज से 18, नावादा से 15, पटना से 13 और नालंदा से 3 गिरफ्तार हुए थे।
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परीक्षा सेटिंग में 24 साल पहले आया था नाम
मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि परीक्षाओं के पेपर लीक या अभ्यर्थी की जगह किसी दूसरे (इंजन) को बैठाकर पास कराने में 2000-01 में नालंदा के डॉ. रंजीत सिंह उर्फ रंजीत डॉन का नाम सामने आया था। रंजीत डॉन के साथ डॉ. अरुण, डॉ. सुधांशु, डॉ. श्रवण, सुमन, संजीव, राजीव, शशि, आलोक समेत एक दर्जन से अधिक बड़े सेटरों के नाम प्रमुखता से सामने आए थे। इसकी जांच भी सीबीआई को सौंपी गई थी। रंजीन डॉन समेत अन्य को जेल भी हुई थी पर लंबी सजा नहीं हुई।