मोबाइल बनी मर्डर की वजह... आरा में ब्लॉक कर्मी के बेटे की पीट-पीटकर हत्या, मंदिर के पास फेंकी लाश
बिहार के आरा शहर में शनिवार की रात मोबाइल पर कॉल करने के विवाद में ब्लॉक कर्मी के बेटे की हत्या कर दी गयी। गांव के कुछ लोगों ने लात-घुसों, रॉड और लाठी-डंडों से पीटकर उसकी जान ले ली।
आरा शहर के टाउन थाना क्षेत्र के मझौंवा गांव में शनिवार की रात मोबाइल पर कॉल करने के विवाद में ब्लॉक कर्मी के बेटे की हत्या कर दी गयी। गांव के कुछ लोगों ने लात-घुसों, रॉड और लाठी-डंडों से पीटकर उसकी जान ले ली। बीच-बचाव करने पर उसके भाई और दोस्त की भी जमकर पिटाई की गयी। पहले रास्ते में घेरकर उसकी पिटाई की गयी। इसके बाद आरोपितों की ओर से घसीट कर उसे अपने घर ले जाया गया और बेरहमी से मारपीट की गयी। मारपीट और गला दबा हत्या करने के बाद उसके शव को गांव में स्थित काली मंदिर के पास फेंक दिया गया था। आरा सदर अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
मृत कर्मी मझौंवा गांव के वार्ड नंबर पांच के निवासी ब्लॉक कर्मी सुरेंद्र सिंह का 26 वर्षीय पुत्र राकेश कुमार सिंह था। राकेश अपने तीन भाई और चार बहनों में तीसरे स्थान पर था। वह नौकरी की तैयारी करता था। हत्या की वारदात से गांव में सनसनी मच गयी। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष संजीव कुमार पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे और अपने स्तर से छानबीन की। इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी ली। इधर, हत्या को लेकर मृत युवक के भाई रोहित कुमार सिंह की तहरीर पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। उसमें मझौंवा गांव निवासी अनिल सिंह उर्फ हुलचुल सिंह, उसके भाई अरविंद सिंह, पिता रामजी सिंह और अरविंद सिंह की पत्नी को आरोपित किया गया है।
बताया जा रहा है कि युवक ने शनिवार की शाम गलती से अनिल सिंह उर्फ हुलचुल सिंह के मोबाइल पर कॉल कर दी थी। इससे नाराज अनिल सिंह उर्फ हुलचुल ने मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि हत्या के कारणों की जांच की जा रही है। घटना के कुछ सबूत मिले हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
खाना मंगाने को होटल के स्टाफ को फोन करने में अनिल को लग गयी थी कॉल
रोहित कुमार सिंह की ओर से दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि वह अपने बड़े भाई राकेश कुमार सिंह और उनके दोस्त रौनक सिंह के साथ शनिवार की शाम मझौंवा बांध पर खड़े थे। उस दौरान उसके भाई राकेश कुमार सिंह खाना मंगाने के लिए आरा के एक होटल के स्टाफ को कॉल कर रहे थे। तब गलती से कॉल गांव के ही अनिल सिंह उर्फ हुलचुल को लग गयी। इस पर अनिल सिंह की ओर से गाली-गलौज की जाने लगी। तब उसके भाई ने माफी मांगी। इसके बाद तीनों बाइक से लौट रहे थे। तभी अनिल सिंह उर्फ हुलचुल ने फोन कर काली मंदिर के पास बुलाया । वहां पहुंचने पर अनिल ने उसके भाई की रॉड से पिटाई की।
इसके बाद घसीट कर उसके भाई को ले जाया जाने लगा। बीच-बचाव करने पर उन दोनों के साथ भी मारपीट की जाने लगी। तब वह किसी तरह भाग गया और परिजनों को घटना की सूचना दी। इसके बाद अनिल सिंह की ओर से उसके भाई और उसके दोस्त को घसीट कर अपने घर ले जाया गया। वहां घर में बंद कर उसके भाई की अनिल सिंह, उसके पिता, भाई और भाभी की ओर से पिटाई की गयी। तब उसके भाई के दोस्त किसी तरह से भाग निकले और फोन कर कहा कि मारपीट की जा रही है। जाकर उसे बचा लीजिए।
हत्या के बाद बाइक से काली मंदिर के पास फेंक दिया गया शव
प्राथमिकी में कहा कया है कि मारपीट और गला दबा हत्या करने के बाद उसके भाई के शव को बाइक से गांव स्थित काली मंदिर के पास फेंक दिया गया। गांव के सीसीटीवी की फुटेज में अनिल सिंह उर्फ हुलचुल और उसके भाई की ओर से उसे बाइक से ले जाते देखा गया है। कहा गया है कि हत्या के बाद आरोपितों की ओर से उसके भाई के शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की जा रही थी। उस दौरान वह अपने परिजनों के साथ अपने भाई को खोजने जा रहे थे। तब उन लोगों को देख आरोपित काली मंदिर के पास उसके भाई के शव को फेंक कर भाग निकले। इसके बाद वह अपने भाई को लेकर आरा सदर अस्पताल पहुंचा। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।