मनीष कश्यप के भाषण के चक्कर में 4 पुलिस वाले सस्पेंड, कोर्ट में पेशी के दौरान मीडिया को दिया था इंटरव्यू
पटना सिविल कोर्ट में एक मामले में हुई पेशी के दौरान मनीष कश्यप ने बयान दिया था। अब इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने मनीष कश्यप को पेशी करवाने ले जा रहे चार जवानों को निलंबित कर दिया है।
पटना सिविल कोर्ट में एक मामले में हुई पेशी के दौरान यूट्यूबर मनीष कश्यप का बयान देते एक वीडियो वायरल होने के बाद चार पुलिसवालों (एक एसआई और तीन सिपाही) को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की सुरक्षा में रहने के बावजूद मनीष के बयान का वीडियो वायरल होने की जांच के बाद एसएसपी राजीव मिश्रा ने ये कार्रवाई की। हालांकि लाइव हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टी नहीं करता है। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि कोर्ट हाजत से पेशी के दौरान जाते वक्त मनीष कश्यप ने बयान दिया था। एसएसपी ने बताया कि मनीष की पेशी के दौरान उसके परिचित भी वहां मौजूद थे। सभी उसके साथ कोर्ट की ओर जा रहे थे। एएसआई और तीन सिपाहियों पर कार्य में लापरवाही का आरोप लगाते हुये उन्हें सस्पेंड किया गया है।
दरअसल, पेशी के दौरान बंदी को किसी भी बाहरी से बातचीत करने की इजाजत नहीं होती। ऐसे में सिपाहियों के सामने मनीष ने बयान दे दिया और किसी ने रोक-टोक नहीं की। यह सुरक्षा में बड़ी चूक है। एसएसपी ने बताया कि मनीष की पेशी के दौरान उसके परिचित भी वहां मौजूद थे। सभी उसके साथ कोर्ट की ओर जा रहे थे। एएसआई और तीन सिपाहियों पर कार्य में लापरवाही का आरोप लगाते हुये उन्हें सस्पेंड किया गया है।
बेऊर जेल अधीक्षक को एसएसपी ने लिखा पत्र
एसएसपी ने मनीष कश्यप की पेशी को लेकर बेऊर जेल के अधीक्षक को पत्र लिखा है। पुलिस कप्तान ने बताया कि उन्होंने जेल प्रशासन से कहा है कि जब तक सशरीर पेशी की जररूत न हो तब तक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये मनीष की पेशी करवाई जाये।
वायरल वीडियो में क्या कहा था मनीष कश्यप ने
वायरल वीडियो में मनीष कश्यप ने कहा था कि हम चारा चोर के बेटा थोड़े ही है, जो हम डरेंगे। मनीष कश्यप आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव पर हमला करते हुए कहा था कि मुझे झुकाने का प्रयास किया जा रहा है। मगर, मैं फौजी का बेटा हूं। मैं मर जाऊंगा पर इन लोगों के आगे नहीं झुकूंगा।