मंगल पांडेय बोले-तेजी से सुधर रही बिहार की स्वास्थ्य सेवा, चार साल में 21 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को किशनगंज में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से सूबे की स्वास्थ्य सेवा को लगातार बेहतर बनाने का प्रयास चल रहा है। वर्ष 2025 तक राज्य में 21 नए...
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को किशनगंज में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से सूबे की स्वास्थ्य सेवा को लगातार बेहतर बनाने का प्रयास चल रहा है। वर्ष 2025 तक राज्य में 21 नए मेडिकल कॉलेज खुलेंगे। वे एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में चिकित्सा सेवा के साथ चिकित्सा शिक्षा भी कैसे बेहतर हो इस पर काम किया जा रहा है। शिक्षा सेवा में सबसे जरूरी है मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ाना। आजादी के बाद से वर्ष 2005 तक राज्य में केवल आठ मेडिकल कॉलेज थे। आज की तारीख में यहां 18 मेडिकल कॉलेज हैं। आजादी के बाद 2005 यानि 58 वर्षों में राज्य में सिर्फ आठ मेडिकल कॉलेज थे।
वर्ष 2005 से 2025 के बीच 21 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। इन 21 में 10 तैयार हो गए हैं और चल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज बढ़ाने का मकसद है कि हमारे पास डाक्टरों की संख्या बढ़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का निर्देश है देश के राज्यों के सभी जिलों में एक मेडिकल कॉलेज हो। इसके आलोक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी राज्य के सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खुले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित करते रहे हैं।
चिकित्सा सेवा केवल डाक्टर से ही नहीं पूरा होता है इसके अंदर नर्सिंग का भी बड़ा योगदान होता है। डाक्टर अस्पताल में हो व नर्स नहीं हो तो स्वास्थ्य सेवा बेहतर नहीं होता है। इसलिए राज्य के अंदर नर्सिंग की पढ़ाई व परामेडिकल की पढ़ाईके लिए भी नए संस्थान खुले। आत्मनिर्भर बिहार के तहत सात निश्चय फेज व फेज टू में हमने जो निर्णय लिया उसे क्रियान्वित कर रहे हैं। नए जीएनम संस्थान, नए फार्मेसी कॉलेज खुल रहे हैं। सिर्फ हम पढ़ा नहीं रहे नौकरी भी दे रहे हैं।
90 जगहों पर ऑक्सीजन गैस प्लांट शुरू
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 122 जगहों पर ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाने की योजना है। इसमें तीन महीने में ही 90 जगहों पर ऑक्सीजन गैस प्लांट शुरू कर दिया है। जहां बचा है वहां भी एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। अब कभी राज्य में ऑक्सीजन संबंधी परेशानी आएगी तो हम उसका आसानी से मुकाबला कर सकते हें। मंत्री ने कहा कि पीएम ने इमरजेंसी कोविड पैकेज-2 बनाया है। 23 हजार करोड़ के इस पैकेज में लगभग साढ़े 13 सौ करोड़ की योजना की स्वीकृति भारत सरकार से मिल गयी है। केंद्र व राज्य सरकार की राशि से अगले मार्च तक विभिन्न सदर अस्पतालों व अनुमंडल अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। आईसीयू के बेड बच्चों के लिए बढ़ाएंगे। कुछ चलंत अस्पताल बनाए जाएंगे। इस वितीय वर्ष में एक हजार नई एम्बुलेंस की खरीद होगी। इसमें 534 एएलएस एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम एम्बुलेंस खरीदी जाएगी। राज्य के हर प्रखंड को एक-एक एम्बुलेंस दी जाएगी। दवाओं की समुचित सप्लाई की जाएगी।
तीन वर्षों में 30 हजार डाक्टर सहित नर्स व स्टॉफ हुए बहाल
मंत्री ने कहा कि तीन वर्षों के अंदर इस राज्य में 30 हजार डाक्टर, जीएनएम, एएनएम, पारामेडिकल स्टॉफ की बहाली की गई है। 30 सितंबर को ही 2024 डाक्टरों की बहाली की गई। 10 अगस्त को एएनएम की बहाली की और अगले दस दिनों के अंदर राज्य में स्पेशलिस्ट डाक्टरों की बहाली करने वाले हैं। तीन दिन पहले साढ़े चार सौ सीनियर रेजिडेन्ट डाक्टरों की बहाली हुई है। आनेवाले छह से नौ महीने में इस राज्य में 20 हजार दो सौ एएनएम की बहाली करने जा रहे हैं। इसमें एनएचएम के द्वारा 8868 एएनएम की बहाली होनी है उसका विज्ञापन प्रकाशित हो गया है। इस तरह से मानव बल को बढ़ाकर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का काम हम कर रहे हें।