लोकसभा चुनाव 2024: कैसे बढ़े वोटिंग प्रतिशत? चुनाव आयोग ने रणनीति बनाई; चुनावी पाठशाला में पढ़ेंगे वोटर
स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता के लिए राज्य में 27 अक्टूबर से 30 नवंबर तक चुनाव पाठशालाएं संचालित की जाएंगी। इन पाठशालाओं का संचालन मतदान केंद्र पदाधिकारी (बीएलओ) और जीविका दीदियां मिलकर करेंगी।
बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनाव आयोग ने अधिक से अधिक वोटिंग के लिए खास रणनीति बनाई है। मतदाताओं के बीच मतदाता शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए 27 हजार पाठशालाएं लगेंगी। ये चुनाव पाठशालाएं मतदान केंद्र स्थल पर लगेंगी। इन पाठशालाओं का गठन मतदान केंद्र भवनों के स्तर पर किया गया है। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश पर बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने संबंधित पदाधिकारियों को मतदाता शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने को कहा है। इसके लिए निर्वाचन विभाग की ओर से जीविका परियोजना के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर सहयोग प्राप्त करने के लिए सहमति जतायी गयी है।
सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक भागीदारी (स्वीप) के तहत मतदाता जागरूकता के लिए राज्य में 27 अक्टूबर से 30 नवंबर तक चुनाव पाठशालाएं संचालित की जाएंगी। इन पाठशालाओं का संचालन मतदान केंद्र पदाधिकारी (बीएलओ) और जीविका दीदियां मिलकर करेंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका संगठन के पंचायत स्तर पर सक्रियता के कारण मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को जागरूक करने में आसानी होगी। इन पाठशालाओं में निर्वाचकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी। युवाओं व महिलाओं को मतदान के प्रति प्रेरित करने, मतदाता सूची में नाम अंकित नहीं होने पर योग्य मतदाताओं के नाम शामिल करने का भी कार्य इन पाठशालाओं में किया जाएगा।
कॉलेजों में बनाए गए है निर्वाचन साक्षरता क्लब
राज्य के 400 कॉलेजों में निर्वाचन विभाग द्वारा निर्वाचन साक्षरता क्लब का भी गठन किया गया है। इन निर्वाचन साक्षरता क्लबों में सालों भर युवाओं के बीच मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन किया जाता है। सभी जिलों के शहरी क्षेत्रों में स्थित युवाओं को इन क्लबों के माध्यम से मतदान का महत्व बताया जाता है।
40 छूटे हुए युवा वोटरों को शामिल करना उद्देश्य
जानकारी के अनुसार राज्य में 18 से 30 साल के 40 प्रतिशत योग्य मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल कराना भी इस चुनाव पाठशाला के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। निर्वाचन विभाग के अनुसार कुल 1.12 करोड़ योग्य युवा मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं हैं, जिन्हें शामिल करने में ये पाठशालाएं कारगर होंगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के के प्रारूप प्रकाशन की तिथि को बदलकर 27 अक्टूबर 2023 कर दिया गया है तथा दावा आपत्ति की अवधि 9 दिसम्बर तक रहेगी। निर्वाचक सूची का अंतिम प्रकाशन दिनांक 05 जनवरी 2024 को किया जायेगा। - कपिल शर्मा, स्वीप नोडल अफसर, बिहार।