सुधा डेयरी के टैंकर में दूध नहीं दारू, बिहार में शराब तस्करी का तरीका देख रह जाएंगे हैरान
पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि क्या वाकई में यह टैंकर सुधा डेयरी का है या फिर धंधेबाजों ने शराब तस्करी के लिए इसे इस तरह डिजाइन किया गया है।
क्या आपने कभी सुना है कि दूध के टैंकर में शराब भरकर ले जाई जा रही है? अगर नहीं, तो आइए बिहार! यहां आपको कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल सकता है। यूं तो बिहार में शराबबंदी है, लेकिन धंधेबाज दारू की तस्करी के लिए नए-नए तरीके आजमाने से बाज नहीं आ रहे हैं। पूर्णिया जिले में पुलिस ने सुधा डेयरी के टैंकर को जब्त किया है, जिसमें दूध के बजाय शराब भरकर ले जाई जा रही थी।
मामला कसबा पुलिस थाना इलाके का है। पुलिस ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए एनएच 57 पर सुधा दूध के टैंकर से बड़ी मात्रा में विदेश ब्रांड की शराब पकड़ी। एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि रूटीन पैट्रोलिंग के दौरान कसबा पुलिस को हाइवे पर सुधा डेयरी का टैंकर नजर आया। जब उसकी जांच की तो पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा। इसके बाद टैंकर में बड़ी मात्रा में शराब देखकर हैरान रह गई।
एसडीपीओ ने बताया कि दूध के टैंकर से 1182 लीटर शराब जब्त की गई है। इसके अलावा दूध के 48 खाली क्रैट भी पाए गए। पुलिस फिलहाल यह पता लगाने में जुटी है कि क्या वाकई में यह टैंकर सुधा डेयरी का है या फिर धंधेबाजों ने शराब तस्करी के लिए इसे इस तरह डिजाइन किया गया है।
पूर्णिया बिहार के सीमांचल क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में शराब तस्करी जमकर होती है। क्योंकि पश्चिम बंगाल और झारखंड के साथ ही यहां नेपाल बॉर्डर भी लगता है।
बिहार में शराबबंदी के बावजूद धंधेबाज दारू की तस्करी के लिए रोज नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। इसी साल मार्च महीने में एक एंबुलेंस में ताबुत के अंदर शराब छिपाकर ले जाई जा रही थी, जिसे पुलिस ने पकड़ा था। इसी दौरान सहरसा जिले में एक सेप्टिक टैंक का खुलासा हुआ था, जिसे शराब छिपाने के लिए खास तरह से डिजाइन किया गया था।