राशन कार्ड से आधार लिंक कराने का अंतिम मौका, जानें आखिरी तारीख; उसके बाद कटेगा नाम-नहीं मिलेगा अनाज
सरकार ने एक बार फिर लोगों को मौका दिया है कि अपने राशन कार्ड से आधार से लिंक करा लें।आपूर्ति विभाग में सभी जिलों को इससे संबंधित पत्र भी भेज दिया है। इसकी अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2023 है।
खाद्य सुरक्षा के तहत सरकार गरीबों को मुफ्त अनाज दे रही है। इसमें गड़बड़ी रोकने के लिए सभी लाभुकों का आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक करने का आदेश जारी किया गया है। इस अनिवार्य बताते हुए कहा गया है कि जिनके आधार लिंक नहीं होंगे उनका राशन बंद हो जाएगा। बिहार में अभी तक 88 फीसदी राशन कार्ड आधार से लिंक हो पाए हैं। जनता की परेशानी देखते हुए एक मौके फिर दिया गया है। हालांकि इसे आखिरी मौका भी बता दिया गया है।
इस बीच बड़ी संख्या में राशन के लाभ को वंचित भी कर दिया गया है। लेकिन सरकार ने एक बार फिर लोगों को मौका दिया है कि अपने राशन कार्ड से आधार से लिंक करा लें।आपूर्ति विभाग में सभी जिलों को इससे संबंधित पत्र भी भेज दिया है। सचिव विनय कुमार के पत्र के मुताबिक आधार सीडिंग की अंतिम तारीख 31 दिसंबर 2023 तय की गई है। इसके बाद जिन लाभुकों को का आधार कार्ड उनके राशन कार्ड से लिंक नहीं हो पाएगा उनके नाम कट जाएंगे और उन्हें राशन से वंचित होना पड़ेगा।
सरकार ने सभी जिलाधिकारी का निर्देश दिया है कि प्रचार प्रसार कराया जाए ताकि जनता को अंतिम तिथि की जानकारी मिल सके और शत प्रतिशत आधार सीडिंग का लक्ष्य पूरा किया जा सके। इसके लिए सभी जिलों के आपूर्ति पदाधिकारी और मार्केटिंग ऑफिसर को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। एसडीओ इन पर नजर रखेंगे। बताया गया है कि डीलर के यहां ही ई पॉश मशीन से बगैर किसी स्कूल के लिए आधार की सीडिंग हो जाएगी। इसके लिए 10 बजे से 12 बजे का समय भी निर्धारित कर दिया गया है।
बताते चलें कि आधार सीडिंग में बिहार भर में बक्सर टॉपर है। यहां शत प्रतिशत आधार सीडिंग का काम पूरा हो चुका है। दूसरे स्थान पर गोपालगंज का नंबर है जहां 99% का लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। तीसरे स्थान पर पश्चिमी चंपारण है। सबसे पीछे नवादा है जहां 78 फीसदी लक्ष्य पूरा हो सका है। पूरे बिहार में या औसत 88 प्रतिशत है।
इससे पहले लोगों को आधार सीडिंग करने की जानकारी देते हुए अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई थी। बड़ी संख्या में राशन कार्ड से आधार लिंक कराए गए लेकिन काम पूरा नहीं हुआ। उसके बाद बड़ी संख्या में लोग अनाज से वंचित हो गए। एक बार फिर उन्हें मौका दिया गया है।