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कार्तिक पूर्णिमा: पटना के घाटों पर मेला जैसा नजारा, लाखों श्रद्धालु लगाएंगे आस्था की डुबकी

कार्तिक पूर्णिमा पर पटना के घाटों पर मेला जैसा नजारा दिख रहा है। 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पटना पहुंचे हैं। प्रशासन ने 65 घाटों पर गंगा स्नान की व्यवस्था की है। साथ ही सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं।

Sandeep प्रधान संवाददाता, पटनाMon, 27 Nov 2023 02:51 AM
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कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पटना पहुंचने लगे हैं। रविवार की रात से दूर-दराज से श्रद्धालुओं राजधानी पहुंचे। कई सार्वजनिक स्थलों पर लोग ठहरे हुए हैं। गंगा स्नान करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 65 घाटों पर व्यवस्था की गई है। इनमें दीघा क्षेत्र के जेपी सेतु घाट, गेट नंबर 88 से गेट नंबर 92, बिंद टोली घाट, पाटीपुल घाट, राजापुर पुल घाट, कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट शामिल है। 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है 

इन घाटों पर अधिक भीड़ होने की उम्मीद को देखते हुए यहां मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी, चिकित्सा कैंप, अस्थायी नियंत्रण कक्ष, अग्निशमन टीम, एनडीआरएफ, एसडीआरफ, वाटर टैंक आदि की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों के मुताबिक लगभग तीन लाख श्रद्धालु गंगा के घाटों पर स्नान करने पहुंचेंगे।

रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है, ताकि बाहर से आने वालों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। गंगा नदी में जहां घाटों की स्थिति अच्छी नहीं है उसे प्रशासन की ओर से खतरनाक घोषित कर दिया गया है।

गंगा स्नान करने जाने वाले लोगों के लिए सात जगहों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसमें कलेक्ट्रेट घाट, कुर्जी घाट, बांस घाट, गेट नं 93 घाट के नज़दीक, गेट नं 88 घाट के नजदीक, गाय घाट हथिया बगान एवं गाय घाट लोहा गोदाम शामिल है। गंगा नदी गश्ती के लिए दो पालियों में आठ दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को तैनात किया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 34 दंडाधिकारियों को सुरक्षित रखा है। गांधी घाट पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में छह सुरक्षित दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त की गई है।

कार्तिक माह शुक्ल पक्ष के चतुर्दशी (रविवार) को भगवान शिव और विष्णु की पूजा बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और भक्तिभाव से की। उदयातिथि के कारण श्रद्धालुओं ने बैकुंठ चतुर्दशी की पूजा की। इस दिन भक्तों ने भगवान शिव तुलसी पत्र और भगवान विष्णु को बेलपत्र चढ़ाकर पूजन किया गया। विष्णु सहस्त्रत्त्नाम और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया गया।

कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर  भगवान हरिहर(विष्णु) और भगवान शिव की पूजा करने से पाप मिटता है और सुख, शांति की प्राप्ति होती है। पं.प्रेमसागर पांडेय ने बताया कि इस साल बैकुंठ चतुर्दशी बहुत बढ़िया योग में पड़ रहा है। बैकुंठ चतुर्दशी को भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ की प्राप्ति होती है।

पटना की 172 जगहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है। पटना सदर अनुमंडल में 29, पटना सिटी अनुमंडल में 97, बाढ़ अनुमंडल में 35 तथा दानापुर अनुमंडल में 11 स्थानों पर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। भीड़-भाड़ वाले घाटों जैसे कलेक्ट्रेट घाट, गायघाट, दीघा पाटीपुल, घाट संख्या 93, काली घाट, गांधी घाट, भद्रघाट,, कंगन घाट एवं अन्य घाटों पर आवश्यकतानुसार अस्थायी नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था रहेगी।

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