जगदानंद का परिवारवाद? सुधाकर संसद गए तो विधानसभा लड़ने मैदान में उतरे दूसरे बेटे अजीत सिंह
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के बेटे अजीत सिंह राजद में शामिल हो गए हैं। उनके रामगढ़ सीट से उपचुनाव लड़ने की संभावना है। जगदानंद के बड़े बेटे सुधाकर के सांसद बनने से यह सीट खाली हुई है।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बिहार अध्यक्ष जगदानंद सिंह के दूसरे बेटे अजीत सिंह ने लालटेन का दामन थाम लिया है। लोकसभा चुनाव के दौरान करीब एक महीने पहले ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से इस्तीफा दिया था। बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है। राजद में आते ही अजीत सिंह ने रामगढ़ विधानसभा सीट पर दावा ठोक दिया है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ से पार्टी टिकट देगी तो वह जरूर उपचुनाव लडेंगे। बता दें कि अजीत सिंह के बड़े भाई सुधाकर सिंह के बक्सर से सांसद बन जाने से रामगढ़ सीट खाली हो गई है, इस पर कुछ ही महीनों में उपचुनाव होना है। जगदानंद अपने परिवार से ही अजीत सिंह को यहां से विधायकी का टिकट दिलवा सकते हैं।
आरजेडी ज्वाइन करने के बाद अजीत सिंह ने कहा कि वह बीते 15 सालों से राजनीति में हैं और क्षेत्र में रहकर जनता के बीच काम कर रहे हैं। अगर पार्टी फैसला लेगी तो वह रामगढ़ से चुनाव जरूर लड़ेंगे। जेडीयू छोड़ने पर अजीत सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के एनडीए में जाने पर उन्हें लगा था कि वे बिहार को विशेष पैकेज या विशेष राज्य का दर्जा दिलवाएंगे। मगर जेडीयू के एजेंडे में ऐसा कुछ नहीं था और ना ही प्रधानमंत्री ने ऐसा कोई वादा किया। इसलिए वह इंडिया गठबंधन में वापस आ गए हैं।
रामगढ़ से विधायक रहते हुए जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह ने बक्सर संसदीय क्षेत्र से राजद के उम्मीदवार बनाए गए थे। सुधाकर सिंह के सांसद निर्वाचित होने के बाद रामगढ़ विधानसभा सीट रिक्त होगी। इस सीट पर उपचुनाव कराया जाएगा। इसको लेकर ही राजद ने अपनी रणनीति तय की है। हालांकि, अजीत सिंह ने कहा है कि रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी जो भी फैसला लेगी उन्हें मान्य होगा। अजीत सिंह कहा कि संविधान विरोधी साम्प्रदायिक शक्तियों को पराजित करने के लिए जदयू को छोड़ा है।
इससे पहले लोकसभा चुनाव में उन्होने इंडिया अलायंस के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया था। और आगे भी करते रहेंगे। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद के दोनों बेटे अब राजद में सेट हो गए हैं। सुधाकर सिंह बेटे पहले से आरजेडी में थे। और अब छोटे बेटे अजीत सिंह ने भी आरजेडी का दामन थाम लिया है। 12 अप्रैल 2022 को अजीत सिंह ने जेडीयू की सदस्यता ली थी। और अब करीब 2 साल बाद जदयू छोड़ राजद में शामिल हो गए हैं। अब पिता जगदानंद और दोनों बेटे सुधाकर सिंह और अजीत सिंह समेत पूरा कुनबा आरजेडी में शामिल है।