भागलपुर में पानी ने मचाई तबाही, बचाव अभियान बेअसर, खून-पसीना की कमाई से बने घर तोड़ने को मजबूर लोग
बिहार के भागलपुर में तेज बारिश के कारण नदियों में कटाव तेज हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने बचाव के लिए अभियान चलाए, लेकिन कामयाबी हाथ लगते नहीं दिख रही है। इस कारण लोग अपने घरों को तोड़ने को मजबूर हैं।
बिहार के तमाम हिस्से इन दिनों तेज बारिश-बाढ़ और उससे होने वाले जलजमाव से परेशान हैं। बिहार के भागलपुर में भी इस तरह की समस्या है। यहां खरीक के सिहकुंड में कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण सोमवार को फिर कटाव की रफ्तार तेज हो गई। इसके पहले भी कई घर कटकर नदी में समा चुके हैं। फिर से कटाव शुरू हो जाने से लोग दहशत में है। जिस घर को लोगों ने खून-पसीने की कमाई और कड़ी मेहनत कर बनाया था, आज उस घर को घरवाले खुद तोड़ने को मजबूर हैं। लोग घरों को छोड़कर दूसरी जगह आसरा खोज रहे हैं। लोगों का कहना है कि कम से कम समान तो सुरक्षित बच जाएगा।
जल संसाधन विभाग के जेई विजय कुमार सिंह कैंप कर बंबू रोल के सहारे सिंहकुंड गांव के छड़्ड़ापट्टी टोला के पास बचाव कार्य तो करा रहे हैं, लेकिन कटाव की रफ्तार इतनी तेज है कि बचाव कार्य का कोई असर नहीं हो रहा है। जेई ने कहा कि जल्दी ही कटाव को रोकने में हम सफल होंगे। वहीं जिलेबियामोड़ के पास तो अबतक कार्य भी शुरू नहीं होने से लोगों में रोष है। जबकि, विभाग के अफसरों का कहना है कि कार्य शुरू कराने का अबतक आदेश ही प्राप्त नहीं हुआ है। वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि अगर शीघ्र ही कटाव की रफ्तार में कमी नहीं आई तो पूरे गांव का अस्तित्व ही मिट जाएगा।
बाढ़ पूर्व तैयारी हेतु प्रखंड स्तरीय बाढ़ राहत अनुश्रवण सह निगरानी समिति की बैठक सोमवार को प्रखंड परिसर स्थित ट्रायसेम भवन में प्रखंड प्रमुख नूतन देवी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कहलगांव के विधायक पवन कुमार यादव भी शामिल हुए। विधायक ने बाढ़ पीड़ितों को सरकार के स्तर हर संभव मदद का भरोसा दिया।
कोसी नदी में हो रहे कटाव और धीमी गति से चल रहे कटाव निरोधी कार्य को लेकर जदयू विधायक गोपाल मंडल ने हमला बोला है। विधायक ने जल संसाधन विभाग को लूट का विभाग बताया। उन्होंने कहा कि इस विभाग के मंत्री बनने के लिए लोग परेशान रहते हैं। जितना पैसा कटाव रोकने में लगता है सभी का बंदरबाट होता है, इतने में गंगा किनारे दीवार देकर सीढ़ी बना देने से कटाव रुक जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।