Hindi Newsबिहार न्यूज़Huge craze for mobile and internet banking in Bihar more than 100 percent growth in three years

बिहार में मोबाइल-इंटरनेट बैंकिंग का जबरदस्त क्रेज, तीन साल में सौ प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा

वर्ष 2021 की तुलना में मोबाइल बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या में 162 प्रतिशत और इंटरनेट बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या में 110 प्रतिशत की बढ़त हुई। मार्च 2021 में मोबाइल बैंकिंग यूजर की संख्या 62 लाख थी।

Sudhir Kumar रोहित, पटनाFri, 26 July 2024 07:30 AM
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कोरोना के बाद डिजिटल लेन-देन बिहार में तेजी से बढ़ा है। राज्य की अनुमानित आबादी 12.92 करोड़ है। 12.53 प्रतिशत आबादी मोबाइल बैंकिंग और 11.84 प्रतिशत आबादी इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग अपने रोजमर्रा के लेन-देन के लिए कर रही है। हालिया राज्य स्तरीय बैंकिंग कमिटी (एसएलबीसी) की रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2024 में मोबाइल बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या 1.63 करोड़ और इंटरनेट बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की संख्या राज्य में 1.53 करोड़ हो गई है। 

वर्ष 2021 की तुलना में मोबाइल बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या में 162 प्रतिशत और इंटरनेट बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या में 110 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2021 में मोबाइल बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या 62 लाख थी और इंटरनेट बैंकिंग उपभोक्ता की संख्या 73 लाख पाई गई।

पॉश मशीन का बढ़ा उपयोग

प्रदेश में पॉश मशीन के उपयोग में भी तेज बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2021 की तुलना में मार्च 2024 में पॉश मशीनों के उपयोग में 42.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मार्च 2021 में बिहार में 58 हजार 331 पॉश मशीनें कारोबारियों के लिए जारी की गई थीं। जो मार्च 2024 में बढ़कर 82 हजार 907 हो गई। वहीं जनवरी 2020 में पॉश मशीनों की संख्या प्रदेश में 51 हजार सात थी।

यूपीआई का बड़ी भूमिका

मोबाइल बैंकिंग में यूपीआई का बड़ी भूमिका है। बिहार और पटना में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से लेन-देन तेजी से बढ़ा है। 2021 के पहले तिमाही में फोन-पे यूपीआई से पटना के उपभोक्ताओं ने 4.13 करोड़ रुपये का लेन-देन किया था। यह जनवरी-मार्च 2024 में बढ़कर 12.40 करोड़ हो गया। यह बढ़ोतरी 200 प्रतिशत से ज्यादा की रही। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों के अनुसार बिहार में फोन-पे के उपयोगकर्ता 47 प्रतिशत से अधिक हैं। इसके अलावा पेटीएम का हिस्सा 12.1 प्रतिशत, गूगल पे 36.7 प्रतिशत, सीआरईडी पे 0.9 प्रतिशत और अमेजन पे, व्हाट्सअप, बैंकिंग एप का हिस्सा 3 प्रतिशत है।

कोरोना काल की तुलना में तीन गुना बढ़ोतरी

वर्ष 2019 से 2021 के बीच राज्य में मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग उपभोक्ताओं की संख्या में केवल 30-31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। मतलब कोरोना काल के दौरान(2019-21) जितने उपभोक्ता मोबाइल व इंटरनेट बैंकिंग से जुड़े, उसके बाद के तीन वर्षों(2021-24) में उससे लगभग तीन से साढ़े तीन गुना ज्यादा बिहारवासियों ने डिजिटल लेन-देन के माध्यम को अपनाया। 31 दिसंबर 2019 में मोबाइल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की संख्या राज्य में 47.47 लाख थी, जो मार्च 2021 में बढ़कर 62 लाख हुई। इस अवधि में नेट बैंकिंग करने वालों की संख्या 55 लाख 75 हजार 594 थी, जो मार्च 2021 में बढ़कर 73 हो गई।
 

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