राबड़ी देवी भी बजट पर बोल रही हैं, उन्हें कहां समझ आएगा; ललन सिंह का तंज
Bihar News: केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा, 'बिहार से हम लोगों की मांग थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज दिया जाए। आज जो बजट आया है, उसमें बिहार के लिए पैकेज का भरमार है...।
केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पर तंज कसा है। सिंह ने कहा कि उन्हें बजट कहां समझ आएगा। मंगलवार को उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश किए गए बजट की तारीफ भी की। साथ ही कहा कि इस बजट में बिहार के लिए योजनाओं की भरमार है।
बजट की तारीफ
ललन सिंह ने कहा, 'बिहार से हम लोगों की मांग थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज दिया जाए। आज जो बजट आया है, उसमें बिहार के लिए पैकेज का भरमार है। जिस भी क्षेत्र में देखिए, फिर वह इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के क्षेत्र में हो, पर्यटन को विकसित करने के क्षेत्र में हो, हर क्षेत्र में योजनाओं का भरमार है। ये योजनाओं को लागू होने के बाद बिहार की विकास दर दोगुनी होगी।'
उन्होंने कहा, 'राबड़ी देवी जी तो बजट पर भी प्रतिक्रिया दे रही हैं। दस्तखत कितना लंबा करती हैं, वो भी कभी देख लिया कीजिए। बजट जैसा चीज उनको कहां समझ आएगा।'
क्या बोलीं थीं राबड़ी देवी
मंगलवार को राबड़ी देवी ने कहा था, '...राज्य में हत्याएं और चोरियां हो रही हैं। मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और किसानों के मुद्दे भी बने हुए हैं...। बिहार को आवंटित किया गया 26 हजार करोड़ रुपये झुनझुना है।' राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी बजट पर विरोध जाहिर किया है।
बजट में बिहार को क्या
केंद्रीय बजट में मंगलवार को बिहार के लिए कई बड़े कदम उठाए गए। इनमें राज्य में विभिन्न परियोजनाओं के लिए 60,000 करोड़ रुपये से अधिक के परिव्यय का प्रस्ताव किया गया। इनमें तीन एक्सप्रेसवे, एक बिजली संयंत्र, विरासत गलियारों, नए हवाई अड्डे एवं खेल बुनियादी ढांचे के लिए योजनाओं की रूपरेखा पेश की गई।
आम बजट में सीतारमण ने तीन सड़क संपर्क परियोजनाओं - पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे, बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे, तथा बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा एक्सप्रेसवे और बक्सर में गंगा नदी पर एक अतिरिक्त दो-लेन पुल के विकास के लिए केंद्र के समर्थन की घोषणा की। सीतारमण ने कहा कि इन चार परियोजनाओं की कुल लागत 26,000 करोड़ रुपये होगी।
बिहार के लिए अन्य सौगातों में भागलपुर जिले के पीरपैंती में 2,400 मेगावाट का विद्युत संयंत्र स्थापित करना शामिल है, जिसपर 21,400 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सरकार बिहार में हवाई अड्डे, मेडिकल कॉलेज और खेल संबंधी बुनियादी ढांचा भी स्थापित करेगी। इसके अलावा, केंद्र बिहार की बाढ़ में भी मदद करेगा।
बिहार नेपाल से निकलने वाली कई नदियों की बाढ़ से अक्सर पीड़ित रहता है। कोसी से संबंधित बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई परियोजनाओं का सर्वेक्षण और जांच भी की जाएगी। सरकार बाढ़ से निपटने के लिए राज्य को 11,500 करोड़ रुपये उपलब्ध कराएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार बहुपक्षीय विकास एजेंसियों की सहायता से बिहार को वित्तीय सहायता की व्यवस्था करेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में राजमार्गों के लिए 20,000 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। इसके अलावा, बजट में राजगीर के लिए एक व्यापक विकास पहल का भी प्रस्ताव किया गया। राजगीर हिंदुओं, बौद्धों और जैनियों के लिए धार्मिक महत्व रखता है। सीतारमण ने घोषणा की कि सरकार बिहार के नालंदा को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने में भी सहयोग करेगी। उ
उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार नालंदा विश्वविद्यालय को उसका गौरवशाली स्वरूप प्रदान करने के अलावा नालंदा को पर्यटन स्थल केंद्र के रूप में भी विकसित करने में सहयोग करेगी।' वित्त मंत्री ने बिजली परियोजनाओं के बारे में भी बात की। इसमें पीरपैंती (बिहार) में 2,400 मेगावाट बिजली संयंत्र की स्थापना भी शामिल है, जिस पर 21,400 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)