कुशवाहा वोट ही नहीं दिला पाए सम्राट चौधरी; बीजेपी के पूर्व सांसद ने बिहार अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोला
बिहार में लोकसभा चुना्व के नतीजे आने के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के खिलाफ पार्टी में विरोध के सुर उठने लगे हैं। गया से बीजेपी के सांसद रहे हरि मांजी ने सम्राट के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बिहार बीजेपी में घमासान छिड़ गया है। गया से बीजेपी के दो बार सांसद रहे हरि मांझी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर कहा कि सम्राट ने लोकसभा चुनाव में हेलिकॉप्टर से खूब प्रचार किया। मगर वे अपनी जाति कुशवाहा के वोट ही नहीं पार्टी को दिलवा सके। इस कारण औरंगाबाद, काराकाट, बक्सर और आरा में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा।
पूर्व सांसद हरि मांझी ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कई पोस्ट किए। उन्होंने कहा, "हेलिकॉप्टर से घूमने के बाद भी नेताजी (सम्राट चौधरी) के बिरादरी के लोग ही काराकाट, औरंगाबाद, बक्सर, आरा में वोट नहीं डलवा पाए? इस पर कौन बात करेगा? आखिर जब आपके पास वोट ही नहीं तो नेता कैसे हैं?" मांझी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले सम्राट चौधरी को कई बार फोन किए, लेकिन उन्होंने बात नहीं की। अपने बारे में उन्होंने कहा कि वह दस पार्टियां घूमकर बीजेपी में नहीं आए हैं, बीजेपी में थे, हैं और आगे भी रहेंगे। हरि मांझी ने कहा कि वह बीजेपी में रहते हुए ही मरेंगे भी।
इससे पहले बुधवार को एक पोस्ट में हरि मांझी ने बिहार में बीजेपी का अध्यक्ष बदलने की मांग की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को टैग कर कहा कि बिहार में जो भी अगला अध्यक्ष हो वो कम से कम हम जैसे कार्यकर्ताओं की सुध ले। वह अपनी क्षेत्र की बात रखने के लिए समय दे। ये सब चीजें सिर्फ घोर भाजपाई में ही मिल सकती है। केवल हेलिकॉप्टर से घूमने वाला प्रदेश अध्यक्ष नहीं चाहिए। ऐसा प्रदेश अध्यक्ष चाहिए जो मोदी सरकार के कामों को धरातल पर ले जाकर लोगों को बता सकें।
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में मगध और शाहाबाद क्षेत्र की अधिकतर सीटों पर बीजेपी नीत एनडीए को हार का सामना करना पड़ा। इन पर सबसे आखिरी चरण में चुनाव हुए थे। पार्टी के अंदरुनी सूत्रों से सामने आया है कि कुशवाहा जाति के गोलबंद होकर महागठबंधन के पक्ष में जाने से एनडीए को नुकसान उठाना पड़ा। बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी कुशवाहा जाति से आते हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी के अंदर से ही उनके नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं।